BJP नेता को महिलाओं ने 126 सेकेंड में मारे 22 चप्पल, अश्लील वीडियो भेजने का था आरोप; जानें क्या है पूरी कहानी
आगरा के खंदौली में भाजपा बूथ अध्यक्ष आनंद शर्मा को महिला कार्यकर्ताओं ने अश्लील वीडियो भेजने के आरोप में घर से घसीटकर चप्पलों और थप्पड़ों से पीटा. महिलाओं ने सबूत के तौर पर वीडियो बनाया, जो वायरल हो गया. आरोपी ने हाथ जोड़कर माफी मांगी, लेकिन महिलाओं ने नहीं बख्शा. भाजपा ने पल्ला झाड़ते हुए कहा- वह पार्टी का सदस्य नहीं है.

उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा से जुड़े एक स्थानीय नेता आनंद शर्मा पर आरोप है कि उसने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं को व्हाट्सएप पर बार-बार अश्लील फोटो और वीडियो भेजे. इन हरकतों से तंग आ चुकीं महिला कार्यकर्ताओं ने पहले कई बार चेताया, लेकिन जब आनंद नहीं माना, तो महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने आनंद के खंदौली स्थित घर में घुसकर उसे पीटा, वो भी उसकी पत्नी के सामने.
महिलाएं आरोपी के घर पहुंचीं और कमरे की पहचान करने के बाद उसे कुर्सी से खींचकर बाहर ले गईं. इसके बाद शुरू हुई सार्वजनिक पिटाई. 2 मिनट 6 सेकेंड के वीडियो में महिलाएं आनंद को कॉलर पकड़कर घसीटती दिखीं और सरेआम 22 चप्पलें, थप्पड़ और घूंसे मारे. आनंद बार-बार हाथ जोड़कर माफी मांगता रहा, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी. उसकी पत्नी और बच्चे गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन गुस्साई महिलाओं ने उन्हें भी धक्का देकर दूर कर दिया.
चेहरा ढककर भेजता था अश्लील वीडियो
बीजेपी महिला मोर्चा की पदाधिकारी आशा अग्रवाल और अन्य कार्यकर्ताओं ने बताया कि आरोपी आनंद शर्मा चेहरा ढककर अपने आपत्तिजनक वीडियो बनाता था और उन्हें पार्टी की महिलाओं को भेजता था. एक महिला ने बताया कि आनंद ने हाल ही में उसे ऐसा वीडियो भेजा, जिसके बाद संयम की सारी सीमाएं टूट गईं. शिकायतों के बावजूद जब कार्रवाई नहीं हुई, तो महिलाओं ने अपने तरीके से ‘इंसाफ’ करना तय किया.
कौन है आनंद शर्मा?
आनंद शर्मा भाजपा का बूथ अध्यक्ष है और खंदौली इलाके में एक मैरिज होम चलाता है. उसकी बहन महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष है, जिससे पार्टी में उसका प्रभाव और भी मजबूत था. इसी कारण महिलाओं को कोई औपचारिक कार्रवाई होती नहीं दिखी, जिसके बाद उन्होंने खुद कदम उठाया. हालांकि भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा कि आनंद भाजपा कार्यकर्ता नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और उसके राजनीतिक संबंधों ने इसे पार्टी के लिए संकट बना दिया है.
सबूत नहीं दिखाया और मारने लगी
आनंद के परिवार वालों ने पूरे घटनाक्रम को साजिश बताया है. उनका कहना है कि महिलाएं सीधे घर में घुसीं और वीडियो रिकॉर्ड करते हुए मारपीट करने लगीं. उन्होंने न तो कोई मैसेज दिखाया, न फोटो या वीडियो, बस आरोप लगाए और हमला कर दिया. हालांकि, आरोपी की ओर से भी किसी तरह की पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
वीडियो हुआ वायरल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैला है. इसमें महिलाएं उसे घसीटते हुए पीट रही हैं और कह रही हैं, “इसका वीडियो दिखाओ, ताकि लोगों को इसकी असलियत पता चले.” घटना के बाद महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष उपमा गुप्ता ने भी फेसबुक पर पोस्ट लिखकर पिटाई का समर्थन किया और कहा कि "अब चेतावनी नहीं, सीधे सजा मिलेगी."
पार्टी की दोहरी प्रतिक्रिया
इस घटना के बावजूद अब तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई है. स्थानीय पुलिस को न तो महिलाओं की ओर से कोई शिकायत मिली है और न ही आरोपी की तरफ से. भाजपा के स्थानीय नेतृत्व की प्रतिक्रिया भी बंटी हुई है. एक ओर महिला नेता पिटाई को न्याय बता रही हैं, दूसरी ओर कुछ पदाधिकारी इससे अनजान होने का दावा कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म
यह घटना सिर्फ एक स्थानीय विवाद नहीं रही, बल्कि भाजपा की महिला नीति, डिजिटल उत्पीड़न और कार्यकर्ता आचरण पर नई बहस छेड़ दी है. सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि अगर आरोपी पार्टी का ही है तो संगठन की चुप्पी क्यों? और अगर नहीं है, तो उस पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? यह मामला भाजपा के लिए एक गंभीर जनसंपर्क संकट बनता जा रहा है.