पुलिस कस्टडी में कत्ल के आरोपी संजीव जीवा-मुख्तार अंसारी के शार्प-शूटर शाहरुख पठान को UP STF ने मुजफ्फरनगर में ठोंका
उत्तर प्रदेश STF ने मोस्ट वॉन्टेड शार्पशूटर शाहरुख पठान को मुजफ्फरनगर में मुठभेड़ में ढेर कर दिया. वह संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी का करीबी था और कई सनसनीखेज हत्याओं में शामिल था. जेल से छूटने के बाद वह गवाहों को धमका रहा था. STF ने उसके पास से हथियार भी बरामद किए हैं. उसका आपराधिक इतिहास लंबा और खून से सना था.

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोमवार को सुबह के वक्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार कांट्रैक्ट-किलर शाहरुख पठान को गोलियों से भून डाला. यह खूनी मुठभेड़ यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में हुई. ढेर हुआ शाहरुख पठान खलापार, जिला मुजफ्फरनगर यूपी का ही रहने वाला था. वह यूपी के खतरनाक गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के इशारे पर भी अपराधों को अंजाम देने के लिए कुख्यात था. उसने कई साल कुख्यात संजीव जीवा के लिए भी अपराध की दुनिया में कई खतरनाक काम अंजाम दिए थे. बाद में जब भरी अदालत में कुछ साल पहले संजीव जीवा को गोलियों से भून डाला गया, तब से शाहरुख खान बेखौफ होकर जरामय की जिंदगी जीने लगा था. अब उसका अपना बड़ा गैंग बन चुका था.
“स्टेट मिरर हिंदी” से बातचीत में यूपी पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स प्रमुख आईपीएस अमिताभ यश ने एनकाउंटर में इस कुख्यात बदमाश को ढेर कर दिए जाने की पुष्टि की है. उनके मुताबिक, “मारे गए शाहरुख पठान के ऊपर हत्या और रंगदारी के आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज मिले हैं. साल 2015 में यूपी के मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में इसने आसिफ जायदा को दुस्साहिसक तरीके से कत्ल करके पुलिस को खुली चुनौती दे डाली थी. तब उसे गिरफ्तार किया गया था. उसी वक्त जब वह जेल पहुंचा तो वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार मोस्ट वॉन्टेट गैंगस्टर संजीव जीवा, और पूर्वांचल में खौफ का पहला नाम रहा मुख्तार अंसारी से उसकी दोस्ती हो गई.”
शाहरुख की क्राइम कुंडली
सोमवार सुबह (14 जुलाई 2025) को यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर शाहरुख पठान कुछ दिन जेल में रहने के पश्चात, सिविल लाइन मुजफ्फरनगर से वर्ष 2016 में फरार हो गया. फरारी के दौरान अपने बदमाश गुरु संजीव जीवा के कहने पर इसने, हरिद्वार में हरिद्वार के कंबल व्यापारी गोल्डी की साल 2017 में हत्या कर दी. फरारी के दौरान ही इसने आसिफ जायदा मर्डर केस के गवाह उनके पिता को भी कत्ल कर दिया था. कत्ल की वह वारदात शाहरुख पठान ने साल 2017 में ही कोतवाली मुजफ्फरनगर यूपी इलाके में अंजाम दी थी.
50 हजार का था इनाम
उस हत्याकांड में इसकी गिरफ्तारी पर तब 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. कुछ समय बाद शाहरुख पठान गिरफ्तार होकर जेल चला गया था. हरिद्वार (उत्तराखंड) के गोल्डी मर्डर केस में संजीव जीवा के साथ इसे भी उम्र क़ैद की सजा हो गई थी. इन दिनों शाहरुख पठान जमानत पर जेल से बाहर आया हुआ था. करीब 6 माह पूर्व जमानत पर आने के बाद इसने हत्या के मुकदमों में अपने खिलाफ कोर्ट में गवाही देने वाले गवाहों को धमकाना और मारने का प्रयास करना शुरु कर दिया. इसी क्रम में इसके खिलाफ यूपी के संभल में हत्या के प्रयास और धमकी देने का मुकदमा भी शाहरुख पठान के खिलाफ दर्ज किया गया.
छपार में हुआ एनकाउंटर
14 जुलाई को यूपी पुलिस की एसटीएफ फील्ड यूनिट (मेरठ) द्वारा थाना छपार जनपद मुजफ्फरनगर में शाहरुख पठान को घेर लिया. उसे सरेंडर के लिए काफी कहा गया मगर वह आत्म-समर्पण के बजाए पुलिस से सीधी मुठभेड़ पर ही अड़ा रहा. लिहाजा आमने सामने की हुई मुठभेड़ में घायल शाहरुख पठान को अस्पताल में दाखिल कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटनास्थल से आरोपी के कब्जे से बरामद सामान...
30 एमएम पिस्टल बरेटा, 32 एमएम रिवाल्वर आर्डिनेंस, 9 एमएम पिस्टल देशी, बिना नंबर की सफेद ब्रेजा कार, 7 ज़िंदा कारतूस 9 एमएम, 10 ज़िंदा कारतूस 32 एमएम, 46 ज़िंदा कारतूस 30 एमएम, 6 खोखा कारतूस 32 एमएम आदि-आदि. इसके खिलाफ दर्ज मुकदमों पर नजर डालें तो पता चलता है कि धारा 302 आईपीसी थाना जीआरपी मुजफ्फरनगर,2/3 गैंगेस्टर एक्ट जीआरपी थाना मुजफ्फरनगर, 25/27 आर्म्स एक्ट सिविल लाइन मुजफ्फरनगर, धारा 223/224 थाना सिविल लाइन मुजफ्फरनगर, 3 गुंडा एक्ट कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर, धारा 302/120बी/34 थाना कोतवाली नगर हरिद्वार, 2/3 गैंगेस्टर एक्ट थाना कोतवाली नगर हरिद्वार, धारा 386 थाना कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर, धारा 302/120बी/506 आईपीसी कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर, धारा 174-ए आईपीसी कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर, धारा 109, 126, 308 ,351 बीएनएस थाना बनियाठेर संभल, यूपी में मुकदमे दर्ज थे.