बुर्का पहनी महिला का प्राइवेट पार्ट दबाकर भागा युवक, सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल; Video Viral
मुरादाबाद में बुर्का पहने लड़की के साथ हुई अश्लील हरकत का वीडियो वायरल होने के बाद महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. युवक ने दिनदहाड़े लड़की के साथ शर्मनाक हरकत कर भाग निकला. सीसीटीवी में कैद यह घटना अब सोशल मीडिया पर वायरल है. विपक्ष सरकार पर हमलावर है जबकि पुलिस अभी तक गिरफ्तारी नहीं कर पाई है.

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बुर्का पहने लड़की के साथ एक युवक दिनदहाड़े अश्लील हरकत करता दिखाई देता है. वायरल वीडियो में युवक लड़की के प्राइवेट पार्ट को दबाकर मौके से फरार हो जाता है. यह घटना नागफनी थाना क्षेत्र की गोल कोठी गली की बताई जा रही है. सीसीटीवी कैमरे में पूरी वारदात कैद हो गई है, जिसकी 16 सेकंड की फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है.
वीडियो में देखा गया कि लड़की जैसे ही गली से गुजर रही थी, तभी एक युवक पीछे से आता है और उसे जबरन पकड़ लेता है. लड़की ने तत्काल विरोध किया, शोर मचाया और खुद को छुड़ाया. युवक भाग खड़ा हुआ लेकिन लड़की ने उसे ललकारते हुए आवाज दी. इस पूरे घटनाक्रम ने दिखा दिया कि महिलाएं चाहे बुर्के में हों या सामान्य कपड़ों में, सार्वजनिक स्थानों पर भी सुरक्षित नहीं हैं.
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
मामला सामने आने के बाद नागफनी पुलिस सक्रिय जरूर हुई है लेकिन अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस का दावा है कि वीडियो के आधार पर आरोपी की पहचान की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी होगी. लेकिन जिस तरह सीसीटीवी फुटेज साफ है, उससे सवाल उठते हैं कि पुलिस की गति इतनी धीमी क्यों है? क्या प्रशासन ऐसे अपराधों को गंभीरता से नहीं ले रहा?
विपक्ष का योगी सरकार पर हमला
घटना के वायरल होते ही विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से वीडियो साझा करते हुए लिखा, “प्रदेश की सड़कों पर अब महिलाएं नहीं, दरिंदगी बेखौफ घूम रही है. अपराधी बेलगाम हैं और मुख्यमंत्री झूठा महिला सुरक्षा का दावा करते हैं.” कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि यूपी में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है.
महिला सुरक्षा को लेकर बनी चिंता
यह घटना कोई पहली नहीं है जब किसी महिला को दिनदहाड़े निशाना बनाया गया हो. इससे पहले भी कई बार सड़कों, बसों और सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे मामलों की खबरें आई हैं. सवाल यह है कि सीसीटीवी और सोशल मीडिया की मदद से जब अपराध सामने आ जाते हैं, तो कानून इतनी धीमी गति से क्यों चलता है? यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि महिला सुरक्षा को लेकर सिस्टम में गहरी खामियां हैं जिन्हें तत्काल दूर करने की जरूरत है.