अयोध्या में रामनवमी महाभोज का मेन्यू हुआ सेट, छोले चावल और हलवा के साथ मिलेंगे ये बढ़िया पकवान
रामनवमी 2024 के अवसर पर अयोध्या में लाखों श्रद्धालुओं के लिए भव्य भंडारे की व्यवस्था की गई है. 12 बड़े भंडारे लगाए गए हैं, जिनमें 200 क्विंटल आटा, 150 क्विंटल चावल-दाल, और 2000 किलो घी इस्तेमाल होगा. 60 हलवाई और 600 लोग सेवा में जुटे हैं. ट्रस्ट और स्थानीय लोगों ने विशेष इंतजाम किए हैं ताकि कोई भी भक्त भूखा न रहे.

रामनवमी के अवसर पर अयोध्या में भव्य भंडारों की तैयारी की जा रही है ताकि कोई भी श्रद्धालु भूखा न रहे. इस बार 12 बड़े भंडारे लगाए जा रहे हैं, जिनमें से 5 पहले ही शुरू हो चुके हैं. इनमें से तीन भंडारे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, जबकि शेष निजी सेवा संस्थानों द्वारा आयोजित किए गए हैं. यहां भक्तों को सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक मुफ्त प्रसाद मिलेगा.
भंडारे में श्रद्धालुओं के लिए विशाल मात्रा में भोजन तैयार किया जा रहा है. इसमें 200 क्विंटल आटा, 150 क्विंटल चावल-दाल, 2000 किलो शुद्ध घी और 200 किलो से अधिक बेसन पहले ही मंगाया जा चुका है. कुल 60 हलवाई और 600 से अधिक लोग भोजन बनाने और बांटने में जुटे हैं.
मेन्यू में क्या है?
- सुबह नाश्ते में चाय, बिस्किट और नमकीन
- दोपहर के भोजन में कढ़ी-चावल, छोला-चावल या दाल-चावल, पूड़ी-छोला, रोटी, सूखी सब्जी, हलवा या मीठी बूंदी और सलाद
- रात के खाने में रोटी, सूखी और रसीली सब्जी, मीठी बूंदी परोसी जाएगी
विशेष अतिथियों के लिए ठहरने का प्रबंध
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि रामनवमी का आयोजन इस बार तीन दिन (5, 6, 7 अप्रैल) तक चलेगा. श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए 20,000 विशेष अतिथियों के लिए बाग विजेशी में ठहरने की व्यवस्था की गई है, जहां रहना और खाना दोनों निःशुल्क रहेगा. साथ ही, महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने रामपथ पर एक लाख श्रद्धालुओं के भोजन का प्रबंध किया है.
अयोध्यावासियों की विशेष भागीदारी
भंडारों की व्यवस्था में ट्रस्ट के अलावा स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर योगदान दिया है. सीता रसोई में रोज़ाना 2 लाख श्रद्धालु खिचड़ी प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं, जिसके लिए 60 क्विंटल चावल पहले ही आ चुका है. अयोध्यावासी 10-10 क्विंटल आटा, चावल, चना एकत्र कर चुके हैं ताकि सभी को भरपेट प्रसाद मिल सके. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अयोध्या के नागरिक, सेवा संस्थान और प्रशासन मिलकर कार्य कर रहे हैं.