बहन से रिश्ते पर नाराज़ दोस्त ने रचा षड्यंत्र, 22 साल के युवक की हत्या कर किया सिर अलग
इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी पवन मल्लाह बताया जा रहा है. पुलिस जांच में पता चला कि पवन की बहन और ऋषिकेश के बीच नज़दीकियां थी. जब पवन को इस रिश्ते का पता चला तो वह बुरी तरह भड़क गया.
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. यहां 22 साल के युवक की उसके ही दोस्तों ने न केवल हत्या कर दी बल्कि पहचान छिपाने के लिए उसका सिर भी काट दिया और फिर शव को नदी में फेंक दिया. पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हत्या आपसी विवाद और एक अवैध रिश्ते की वजह से की गई. पीड़ित की पहचान ऋषिकेश के रूप में हुई है, जो कानपुर के चकेरी इलाके का रहने वाला था.
29 अगस्त की शाम को उसके दो पड़ोसी और दोस्त मोगली और निखिल उसे घर से बाहर बुलाकर ले गए. उन्होंने परिवार से कहा कि वे ऋषिकेश को पास ही लगे गणेश चतुर्थी के पंडाल में घुमाने ले जा रहे हैं. परिवार को अंदाज़ा भी नहीं था कि यह बाहर जाना उसकी ज़िंदगी का आखिरी सफर साबित होगा. जब ऋषिकेश दो दिन तक घर नहीं लौटा तो उसके बड़े भाई रवि कुमार ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. इसी बीच पुलिस को गंगा नदी किनारे एक सिरविहीन शव मिलने की सूचना मिली. बाद में शव की पहचान ऋषिकेश के रूप में हुई.
पहले से रची गई साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि यह सब पहले से सोची-समझी साजिश थी. दरअसल, पंडाल तक पहुंचने से पहले ही ऋषिकेश के कई और परिचित वहां इंतजार कर रहे थे, जिनमें पवन, बाबी, डैनी, सत्यम, रिशु और आकाश शामिल थे. इन सबने मिलकर ऋषिकेश को जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाया और शहर के बाहरी इलाके में स्थित काकोरी के जंगल की ओर ले गए.
जंगल में बेरहमी से हत्या
पुलिस के मुताबिक, जंगल में ले जाकर आरोपियों ने पहले ऋषिकेश को रस्सी से बांधा उसके हाथ-पैर कसकर बांध दिए और फिर चाकू से उसका गला रेत दिया. इतना ही नहीं, हत्या के बाद उसकी पहचान छिपाने के लिए सिर को धड़ से अलग कर दिया. इसके बाद आरोपी पहले से लाए बोरे में शव के टुकड़े भरकर एक ई-रिक्शा से जाजमऊ पुल तक ले गए और वहाँ से अलग-अलग हिस्सों को गंगा नदी में फेंक दिया.
हत्या का कारण बहन से रिश्ते पर आपत्ति
इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी पवन मल्लाह बताया जा रहा है. पुलिस जांच में पता चला कि पवन की बहन और ऋषिकेश के बीच नज़दीकियां थी. जब पवन को इस रिश्ते का पता चला तो वह बुरी तरह भड़क गया. पवन का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है और उसे करीब छह महीने के लिए कानपुर से निष्कासित भी किया गया था. वापसी के बाद उसे जब बहन और ऋषिकेश के रिश्ते के बारे में जानकारी मिली तो उसने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच डाली.
शव की पहचान ऐसे हुई
महाराजपुर पुलिस को रविवार को गंगा नदी किनारे एक सिरविहीन शव बरामद हुआ. जानकारी मिलने पर ऋषिकेश के परिजनों को मौके पर बुलाया गया. शव की पहचान आसान नहीं थी, लेकिन उसके दाहिने हाथ पर बने टैटू और कलाई में बंधे पवित्र धागे के आधार पर परिजनों ने उसे ऋषिकेश के रूप में पहचाना. पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि मुख्य आरोपी पवन मल्लाह सहित चार अन्य अभी फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और जल्द ही सभी को पकड़ने का दावा कर रही हैं.





