महाकुंभ में कैसे मची भगदड़? हर ओर सुनाई दी श्रद्धालुओं के चीखने-चिल्लाने की आवाज
Maharashtra News: मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में आयोजितल महाकुंभ पहुंचे. इस दौरान करीब 10 लोगों की मौत हो गई वहीं सैकड़ों लोग घायल हो गए. आगे निकलने की जल्दबाजी में लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. चारों ओर श्रद्धालुओं के चीखने-चिल्लाने की आवाज आने लगी. हादसे के बहुत से वीडियो सामने आए हैं.

Maharashtra News: महाकुंभ में देर रात भगदड़ होने से बड़ा हादसा हो गया है. इस दौरान करीब 10 लोगों की मौत हो गई वहीं सैकड़ों लोग घायल हो गए. बुधवार 29 जनवरी यानी आज मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे. हादसे के बाद अमृत स्नान को स्थगित कर दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाकुंभ में भगदड़ करीब 1 बजे हुई. जब संगम घाट पर मौनी अमावस्या के स्नान के लिए एकाएक भीड़ बढ़ने लगी. आगे निकलने की जल्दबाजी में लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. चारों ओर श्रद्धालुओं के चीखने-चिल्लाने की आवाज आने लगी. हादसे के बहुत से वीडियो सामने आए हैं, जिसमें घायलों का दर्द झलक रहा है.
कैसे हुआ हादसा?
महाकुंभ में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने बैरीकेडिंग लगा दी. रात करीब 2 बजे संगम घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी. इस दौरान बैरिकेडिंग का एक हिस्सा गिर गया और भगदड़ मच गई. फिर लोग इधर-उधर भागने लगे. इससे कई श्रद्धालुओं का सामान गिर गया और अव्यवस्था फैल गई. कैंप में रुके लोग सो रहे थे, तभी भीड़ आई और धक्का-मुक्का में कुछ लोग नीचे गिर गए और घायल हो गए. घटनास्थल पर मौजूद श्रद्धालुओं ने कहा कि हमने बचने की कोशिश की लेकिन भीड़ इतनी थी की जगह नहीं मिली.
राहत बचाव कार्य
मेले में भगदड़ की सूचना मिलते हुए पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स और फायर ब्रिगेड की टीम मौते पर पहुंचीं. घाट पर पहले से मौजूद फायर सर्विस की मदद से कई घायलों को बाहर निकाला गया. सुरक्षा बलों ने राहत बचाव शुरू कर दिया. एक बच्ची को गाड़ी से मदद से एंबुलेंस तक पहुंचाया. सुबह 5 बजे शाही स्नान होना था, इसको लेकर पुलिस ने टूटी बैरीकेडिंग की मरम्मत करवाकर रास्ता साफ कर दिया था.
करोड़ों की भीड़ से बढ़ी चुनौती
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला. पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए बैरीकेडिंग लगाई थी, लेकिन लोग घाट पर जाने के लिए जिद करने लगे और उनकी जिद की हादसे में बदल गई. भीड़ में अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं. श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की जा रही है.
रद्द हुआ अमृत स्नान
महंत राजू दास ने एक वीडियो संदेश में बताया कि उनके अखाड़े का अमृत स्नान सुबह 8.30 बजे होना था, लेकिन प्रशासन से बातचीत चल रही है. फिलहाल हादसे को देखते हुए इसे रद्द किया जाना चाहिए. वहीं साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि जो हुआ वह, अच्छा नहीं हुआ. अभी तक 12 करोड़ से ज्यादा भक्त यहां आ चुके हैं. भीड़े के कारण कैंप भरे हुए हैं.