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महाकुंभ जाने के लिए गजब का जुनून! किसी ने चलाई 675 KM साइकिल तो कोई 248 KM नाव से पहुंचा

Mahakumbh Viral News: महाकुंभ में संगम स्नान करने के लिए होड़ मची हुई है. बस, ट्रेन, फ्लाइट, रोड हर जगह श्रद्धालु का सैलाब देखने को मिल रहा है. अभी कुछ ऐसे भी लोग हैं जो महाकुंभ पहुंचने के लिए हर तरीके अपना रहे हैं. अब दिल्ली से बाप-बेटी की जोड़ी साइकिल पर सवार होकर 675 किमी का सफर तय करके प्रयागराज पहुंचे.

महाकुंभ जाने के लिए गजब का जुनून! किसी ने चलाई 675 KM साइकिल तो कोई 248 KM नाव से पहुंचा
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( Image Source:  @MahaKumbh_2025 )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 17 Feb 2025 1:33 PM IST

Mahakumbh 2025: संगम स्नान करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. महाकुंभ में शामिल होने के लिए लोगों में अलग ही होड़ मची हुई है. कोई अलग-अलग मार्गों से लोग कुंभ में पहुंच रहे हैं. अब दिल्ली से महाकुंभ पहुंचे पिता-बेटी की कहानी सुर्खियों में बनी हुई है. दोनों दिल्ली से साइकिल पर सवार होकर 675 किलोमीटर का सफर तय करके महाकुंभ पहुंचे.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली निवासी अनुपमा पंत और उनके पिता उमेश पंत ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. दोनों साइकिल से ही महाकुंभ के लिए निकल गए. मीडिया को बताया कि हम त्रिवेणी में संगम स्नान के साथ पूरी दुनिया को स्वस्थ रहने और साइकिल चलाने का संदेश देना चाहती हैं.

675 किमी का तय किया सफर

दिल्ली से प्रयागराज बहुत दूर है. महाकुंभ जाने के लिए श्रद्धालु अलग-अलग रास्तों से वहां पहुंच रहे हैं. ट्रेनों में भी भीड़भाड़ देखने को मिल रही है. दूसरी ओर अनुपमा पंत और उनके पिता ने अनोखा काम किया और साइकिल से ही अपनी धार्मिक यात्रा पर निकल गए. अनुपमा ने बताया कि महाकुंभ अगर लोग साइकिल से ज्यादा यात्रा करेंगे तो तमाम समस्याओं का समाधान भी निकल सकता है. साथ ही हमारे शरीर के साथ पर्यावरण भी स्वस्थ रहेगा.

साइकिल से पूरी की 1750 किमी यात्रा

इससे पहले उड़ीसा के नंदी धुशखमारी ने बेंगलुरु से साइकिल यात्रा शुरू करके महाकुंभ पहुंचे. उनकी यह यात्रा पूरे 18 दिन की थी. इस दौरान उन्होंने साइकिल से प्रयागराज तक 1750 किमी तय किया था. धुशखमारी ने ईटीवी को बताया था कि उन्होंने दो साल पहले साइकिल से ऑल इंडिया टूर शुरू किया था, जिसमें 28 राज्यों को कवर करते हुए महाकुंभ पहुंचे.

महाकुंभ सनातन का सबसे बड़ा पर्व- धुशखमारी

नंदी ने कहा कि महाकुंभ सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व है. भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं. लेकि हिंदू धर्म का यह पर्व सबसे भव्य है. ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए. उन्होंने बताया कि उनकी इस यात्रा का मकसद 'राइड साइकिल एंड सेव नेचर' है. वे पर्यावरण संरक्षण और साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं. महाकुंभ में जहां लाखों श्रद्धालु अलग-अलग साधनों से पहुंच रहे हैं वहीं नंदी की यह यात्रा आस्था, संकल्प के लिए प्रेरणादायक है.

नाव से 248 किमी का सफर कर पहुंचे महाकुंभ

प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं, जिससे शहर के सभी मार्गों पर भारी जाम लग गया है. इसी बीच, कुछ युवाओं ने कुंभ में स्नान का अनूठा तरीका निकाला. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दिखाया गया कि चार युवकों ने नाव से 248 किलोमीटर का सफर तय कर प्रयागराज पहुंचने का साहसिक निर्णय लिया. वीडियो में उन्हें गंगा में मोटरबोट से यात्रा करते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया, "जाम से परेशान होकर चार दोस्तों ने नाव से तय किया 248 किलोमीटर का सफर, महाकुंभ पहुंचकर किया स्नान.

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