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दिल्ली ब्लास्ट में मेरठ के शख्स की हुई मौत, घर में चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां; और पत्नी की हरकत से हैरान हुआ परिवार

दिल्ली में हुए हालिया ब्लास्ट ने एक बार फिर से शहर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस धमाके में मेरठ के एक व्यक्ति की जान चली गई, जिससे परिवार के सदस्यों पर गहरा शोक छा गया। घर में उसकी अंतिम यात्रा की तैयारियां चल रही थीं, लेकिन इस दौरान उसके परिवार और खासकर पत्नी की कुछ ऐसी हरकतों ने सभी को हैरान कर दिया.

दिल्ली ब्लास्ट में मेरठ के शख्स की हुई मौत, घर में चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां; और पत्नी की हरकत से हैरान हुआ परिवार
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( Image Source:  AI: Representative Image )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 12 Nov 2025 10:16 AM IST

सोमवार की शाम दिल्ली लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक तेज़ धमाके की आवाज़ गूंजी. चंद सेकंड में वहां अफरा-तफरी मच गई. धुआं, चीखें और सन्नाटा, सब कुछ एक साथ फैल गया. उसी धमाके में खत्म हो गई 32 साल के मोहसिन की ज़िंदगी. वो उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला था, लेकिन पिछले दो साल से दिल्ली में ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पाल रहा था.

मोहसिन ने बेहतर जिंदगी के लिए दिल्ली का रुख किया था. पत्नी सुल्ताना और दो छोटे बच्चों के साथ उसने सोचा था कि मेहनत से किस्मत बदली जा सकती है. लेकिन हादसे ने सब कुछ छीन लिया.

घर आया शव... और उठ खड़ा हुआ विवाद

अगले दिन मोहसिन का शव जब मेरठ पहुंचा, तो पूरा मोहल्ला ग़म में डूब गया. रिश्तेदार और पड़ोसी नम आंखों से दरवाजे पर जमा थे. लेकिन माहौल अचानक भारी हो गया जब मोहसिन की पत्नी सुल्ताना ने एक हैरान करने वाली बात कही. उसने साफ कहा कि वो अपने पति को दिल्ली में ही दफनाना चाहती है.

पत्नी ने किसी की नहीं सुनी

परिवार ने समझाने की कोशिश की कि मोहसिन की मिट्टी मेरठ की है, यहीं उसकी जन्मभूमि और बचपन की यादें हैं. लेकिन सुल्ताना ने साफ इंकार कर दिया.

पति का शव लाई दिल्ली

किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि एक हादसे के बाद घर में दफन की जगह को लेकर इतना बड़ा मतभेद खड़ा हो जाएगा. आखिर में सुल्ताना ने अपने पति का शव उठाया और दिल्ली के लिए रवाना हो गई.

दिल्ली ब्लास्ट जिसने सब बदल दिया

धमाका सोमवार शाम 6.52 बजे हुआ था. रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक ह्यूंडई i20 कार अचानक फट पड़ी. नौ लोग मारे गए और बीस से ज्यादा घायल हुए. जांच में सामने आया कि कार के मालिक डॉक्टर उमर मोहम्मद ने घबराहट में ब्लास्ट ट्रिगर कर दिया था, क्योंकि उसके दो साथियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.उस रात के धमाके ने सिर्फ दिल्ली की सड़कों को नहीं, बल्कि मेरठ के एक छोटे से घर को भी हमेशा के लिए तोड़ दिया.

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