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बड़ी दयालु हैं मायावती, बुआ-भतीजे का अनोखा रिश्ता! कितनी बार पार्टी से बाहर हुए आकाश, फिर मिली माफी?

बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद के बीच राजनीतिक संबंधों में कई बार उतार-चढ़ाव देखने को मिले. आकाश को दो बार अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से बाहर किया गया. हालांकि, उन्होंने सार्वजनिक माफी मांगकर अपनी राजनीतिक वापसी की राह बनाई. 18 मई को मायावती ने उन्हें BSP का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया. यह वापसी इस शर्त पर हुई कि वे पार्टी में पारिवारिक हस्तक्षेप से बचेंगे और वरिष्ठ नेतृत्व का सम्मान करेंगे.

बड़ी दयालु हैं मायावती, बुआ-भतीजे का अनोखा रिश्ता! कितनी बार पार्टी से बाहर हुए आकाश, फिर मिली माफी?
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( Image Source:  ANI )

Mayawati Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद का रिश्ता भारतीय राजनीति में अक्सर चर्चा में रहता है. एक तरफ सख्त नेतृत्व की छवि वाली मायावती हैं, तो दूसरी ओर हैं युवा और आक्रामक तेवर वाले आकाश आनंद, जिन्हें उन्होंने पार्टी में बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंपीं और फिर एक से अधिक बार सार्वजनिक तौर पर फटकार भी लगाई. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले मायावती ने आकाश को पार्टी का 'राष्ट्रीय समन्वयक' बनाया और उन्हें रैलियों में बोलने का मौका दिया, लेकिन जल्द ही उनके तीखे बयानों पर रोक लगाते हुए उन्हें सार्वजनिक मंच से दूर रखने का फैसला लिया गया.

यही नहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आकाश को पार्टी के निर्णय प्रक्रिया से भी अस्थायी रूप से बाहर कर दिया गया था. हालांकि, यह दूरी ज्यादा दिन नहीं रही. मायावती ने फिर से आकाश आनंद को माफ किया और उन्हें फिर से चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी. इससे यह भी साफ होता है कि उनके रिश्ते में मतभेद भले हों, लेकिन भरोसे की डोर मजबूत है.

आकाश आनंद को कितनी बार और कब-कब पार्टी से निकाला गया?

  • मई 2024: सीतापुर में एक आक्रामक भाषण के बाद, आकाश आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया गया. उनके बयानों को अनुशासनहीनता माना गया, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा.
  • मार्च 2025: पार्टी में गुटबाजी और अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते, मायावती ने आकाश आनंद और उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निष्कासित कर दिया। मायावती ने घोषणा की कि उनके जीवनकाल में BSP का कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा.

आकाश आनंद को अब कौन सी जिम्मेदारी मिली है?

18 मई को मायावती ने आकाश आनंद को BSP का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (Chief National Coordinator) नियुक्त किया. इस भूमिका में, आकाश पार्टी के तीन राष्ट्रीय समन्वयकों- रामजी गौतम, रणधीर बेनीवाल और राजाराम को रिपोर्ट करेंगे. उन्हें पार्टी के प्रचार, अभियान और समन्वय की कमान सौंपी गई है, विशेष रूप से आगामी बिहार विधानसभा चुनावों को देखते हुए...

वापसी की शर्तें और माफी

13 अप्रैल 2025 को, आकाश आनंद ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक माफी मांगते हुए कहा कि वे भविष्य में किसी भी राजनीतिक निर्णय के लिए अपने रिश्तेदारों या सलाहकारों से सलाह नहीं लेंगे. उन्होंने मायावती को अपना एकमात्र राजनीतिक गुरु और रोल मॉडल माना. मायावती ने उनकी माफी स्वीकार की, लेकिन स्पष्ट किया कि उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ की पार्टी में वापसी की कोई संभावना नहीं है.

आकाश आनंद की BSP में तीसरी वापसी

आकाश आनंद की BSP में यह तीसरी वापसी है, जो पार्टी में युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. हालांकि, उनकी वापसी शर्तों के साथ हुई है, जिसमें पारिवारिक हस्तक्षेप से दूर रहना और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करना शामिल है.

बुआ-भतीजे की यह जोड़ी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अनोखा उदाहरण है, जहां अनुशासन भी है, और अपनापन भी. मायावती का आकाश पर लगातार विश्वास जताना यह दिखाता है कि BSP में अगली पीढ़ी का नेतृत्व तैयार किया जा रहा है. हालांकि वो कब पूरी तरह जिम्मेदारी संभालेंगे, ये मायावती की मर्जी पर ही निर्भर करेगा.

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