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'ये कॉकरोच से डरते...' पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने क्यों की पुलिस प्रशासन पर टिप्पणी?

पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने रविवार को नवलगढ़ के गोठड़ा में सीमेंट प्लांट पर किसान सभा में विवादित बयान दिया. उन्होंने अधिकारियों को लेकर कहा कि जो लोग बाथरूम में कॉकरोच से डरते हैं, वही लोग थानेदार, एसडीएम, डिप्टी, कलेक्टर और एसपी बनते हैं. इस स्टेटमेंट से प्रदेश में हंगामा खड़ा हो गया है.

ये कॉकरोच से डरते... पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने क्यों की पुलिस प्रशासन पर टिप्पणी?
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( Image Source:  ANI )

Rajendra Gudha Statement: राजस्थान की राजनीति में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. प्रदेश में अपने बयानों को लेकर नेता चर्चा में बने हुए हैं. इस बीच पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए प्रशासन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है.

जानकारी के अनुसार, पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने रविवार (5 जनवरी) को नवलगढ़ के गोठड़ा में सीमेंट प्लांट पर किसान सभा में विवादित बयान दिया. उन्होंने अधिकारियों को लेकर कहा कि जो लोग बाथरूम में कॉकरोच से डरते हैं, वही लोग थानेदार, एसडीएम, डिप्टी, कलेक्टर और एसपी बनते हैं. इस स्टेटमेंट से प्रदेश में हंगामा खड़ा हो गया है.

क्या बोले राजेंद्र गुढ़ा?

पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जो लोग सांप के बिल में हाथ देते हैं वे 10वीं में ही फेल हो जाते हैं. फिर भीड़ पर इशारा किया और ये बयान दिया. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की ओर इशारा किया और कहा कि इस तरफ कॉकरोच से डरने वाले हैं. अब देख लीजिए यह लड़ाई होगी, तब क्या होगा. सोशल मीडिया पर नेता का बयान तेजी से वायरल हो रहा है. बता दें कि रविवार को नेता सीमेंट कंपनी के सामने किसानों ने प्रोटेस्ट किया था. एसडीएम ने कंपनी के 300 मीटर के क्षेत्र में सभी की इजाजत दी थी. इसी वजह से गुढ़ा भड़क गए और जमकर भड़ास निकाली.

पुलिस प्रशासन पर फूटा गुस्सा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजेंद्र गुढ़ा पुलिस प्रशासन से भी लड़ाई करने लगे थे. हालांकि पुलिस ने बड़ी समझदारी से काम लिया और स्थिति को काबू में लिया. किसान सीमेंट कंपनी के सामने जुर्माना, स्थानीय लोगों को रोजगार सहित 23 मांगों को लेकर विरोध कर रहे हैं. कंपनी ने किसानों की समस्या के समाधान के लिए 26 जनवरी तक मांगों पर रास्ता निकालने की बात की है.

7 लाख लोगों को नहीं मिलेगा राशन

खाद्य सुरक्षा योजना से अपात्र लोगों के नाम हटाने के लिए मुहिम चलाई जा रही है. इसके तहत अब तक प्रदेश में 7 लाख लोग खाद्य सुरक्षा स्कीम से बाहर हो गए हैं. यानी उनका नाम लिस्ट में काट दिया गया है. अब इन लोगों को फ्री में गेहूं नहीं मिलेगा. खाद्य मंत्री ने कहा कि सभी जिला रसद अधिकारियों को भी कहा गया है कि वे गिवअप अभियान के तहत योजना से नाम वापस लेने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें.

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