गए थे छापेमारी करने और 1 महीने की बच्ची को कुचल आए! 5 पुलिसकर्मियों को भेजा गया पुलिस लाइन
अलवर में पुलिस साइबर कथित अपराधी इमरान की तलाश कर रही थी. इस दौरान मोबाइल से लोकेशन ट्रेस करके आरोपी के घर पुलिस पहुंची. वहां इमरान की पत्नी ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक महीने की बच्ची पर पैर रखा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले के सामने आने के बाद 5 पुलिस वालो के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

Alwar News: राजस्थान के अलवर में सोमवार को पुलिस साइबर क्राइम के खिलाफ तलाशी अभियान चला रही थी. छापेमारी के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई. कथित पुलिस ने पैरों से बच्ची को कुचला था, जिससे उसकी जान चली गई. इस मामले पर कार्रवाई करते हुए 5 पुलिस वालो को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले को लेकर जिले में लोग हंगामा काट रहे हैं. सड़कों पर परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं.
पुलिस साइबर अपराधी इमरान को पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर छापेमारी कर रही थी. तलाश करते-करते पुलिस आरोपी के घर पहुंची. पुलिस आरोपी इमरान के घर उसे पकड़ने गई तो पुलिस पर परिवार ने आरोप लगाया कि उनके वजह से एक महीने की बच्ची की जान चली गई.
क्या है मामला?
साइबर स्कैम में आरोपी इमरान के परिवार वाले ने कहा कि बच्ची अपनी मां के बगल में चारपाई पर सो रही थी. पुलिस ने उसे कुचला और मौके पर मासूम की मौत हो गई. मां ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे घर से बाहर निकाल दिया. कथित छापेमारी के दौरान पुलिस कांस्टेबल भी नहीं थी. परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई. महिला ने कहा कि पुलिस वाले ने मेरे पति इमरान को बाहर खींचा और मेरी बेटी के सिर पर पैर रखा फिर उसे मार दिया. उसने कहा मेरे पति का किसी भी धोखाधड़ी से कोई लेना-देना नहीं बिना किसी वजह से उन्हें फंसाया जा रहा है.
आरोपों पर क्या बोली पुलिस?
इस मामले में पुलिस ऑफिसर तेजपाल सिंह ने कहा, इस मामले में दो हेड कांस्टेबल और तीन कांस्टेबल को पुलिस लाइन भेजा है. जहां से साइबर फ्रॉड किया गया था उस फोन की लोकेशन इमराम का घर थी. हालांकि फोन उसके घर से नहीं मिला. बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने दो पुलिस वालो से खिलाफ केस दर्ज कराया. उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाया है. एसपी घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन भी किया गया.
कांग्रेस ने सरकार पर बोला हमला
इस मामले के सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. वहीं कांग्रेस के नेता टीका राम जूली राज्य सरकार पर हमला बोला है. जूली ने कहा, 'अलवर में पुलिस का कैसा आतंक है, देखिए, जहां साइबर धोखाधड़ी के नाम पर लोगों को गलत तरीके से परेशान किया जाता है, छापे मारे जाते हैं और पैसे ऐंठे जाते हैं.' जूली ने कहा, "अगर सरकार ने इस मामले पर ध्यान दिया होता तो एक महीने की बच्ची की जान नहीं जाती.