राजस्थान के ब्यावर में बड़ा हादसा टला: गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन में लगी आग, लोको पायलट की सूझबूझ से बचे 500 यात्री
राजस्थान के ब्यावर में 19 जुलाई की सुबह गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन में आग लगने से एक बड़ा रेल हादसा टल गया. लोको पायलट की सतर्कता से ट्रेन को तुरंत रोक दिया गया और सभी 500 यात्री सुरक्षित उतार लिए गए. आग इंजन तक ही सीमित रही और समय रहते फायर ब्रिगेड ने उसे बुझा दिया. हादसे के कारण अजमेर-ब्यावर रेल मार्ग पर कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित हुआ.

Garib Rath Express Fire Train Accident Rajasthan: राजस्थान के ब्यावर जिले में शनिवार तड़के एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया, जब मुंबई से दिल्ली जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस (12216) के इंजन में आग लग गई. यह घटना 19 जुलाई की सुबह करीब 3 बजे सेंदड़ा रेलवे स्टेशन के पास हुई. लोको पायलट की त्वरित सूझबूझ और तेजी से की गई कार्रवाई ने इस गंभीर स्थिति को एक बड़ी त्रासदी में बदलने से रोक दिया.
गरीब रथ एक्सप्रेस बांद्रा टर्मिनस (मुंबई) से चलकर सराय रोहिल्ला जंक्शन (दिल्ली) जा रही थी. ट्रेन ने रात करीब 11:30 बजे आबू रोड स्टेशन छोड़ा था और सुबह 3:45 बजे अजमेर पहुंचने वाली थी. रास्ते में सेंदड़ा के पास यात्रियों ने इंजन से धुआं उठता देखा और तुरंत इसकी सूचना चालक दल को दी.
इंजन तक सीमित रही आग
लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और सभी 500 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. सौभाग्य से, आग इंजन तक सीमित रही और डिब्बों तक नहीं पहुंची, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई. घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन हरकत में आया और फायर ब्रिगेड की टीमों को मौके पर भेजा गया. आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया.
ट्रेन में कैसे लगी आग?
रेलवे प्रवक्ता शशिकिरण के मुताबिक, शुरुआती जांच में आग लगने का कारण तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है. क्षतिग्रस्त इंजन को ट्रेन से अलग कर दिया गया है और ट्रैक की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है.
अजमेर-ब्यावर रेलमार्ग पर यातायात बाधित
इस घटना के कारण अजमेर-ब्यावर रेलमार्ग पर यातायात कुछ समय के लिए बाधित रहा. कई ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया या धीमी गति से चलाया गया. रेलवे ने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक ट्रेनें और बसों की व्यवस्था की.
लोको पायलट चारों ओर हो रही सराहना
लोको पायलट की तत्परता की चारों ओर सराहना हो रही है. यात्रियों और रेलवे प्रशासन दोनों ने माना कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो यह हादसा बहुत गंभीर हो सकता था. रेलवे ने लोको पायलट की सतर्कता को ‘नायकीय कार्य’ बताया और उनकी तारीफ की.