'नहीं रहीं जीजी': जोधपुर की पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास का निधन, 6 बार रहीं थीं विधायक
बीजेपी की वरिष्ठ नेता और 6 बार की विधायक रहीं सूर्यकांता व्यास का निधन हो गया। वह 86 साल की थीं। उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उनके निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने शोक जताया है।

बीजेपी की वरिष्ठ नेता और 6 बार की विधायक रहीं सूर्यकांता व्यास का निधन हो गया। वह 86 साल की थीं। उन्होंने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उनके निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने शोक जताया है।
अशोक गहलोत उन्हें बड़ी बहन मानते थे इसी वजह से उन्हें जीजी कहा करते थे। वह पूरे राजस्थान में जीजी के नाम से मशहूर थीं। निधन पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने लिखा कि 'सूरसागर से विधायक रहीं श्रीमती सूर्यकान्ता व्यास "जीजी" का निधन बेहद बेहद दुखद है। जीजी जीवन के इस दौर में भी सक्रियता से जनसेवा में जुटी रहीं। जीजी का मेरे प्रति लगाव एवं स्नेह अद्वितीय था। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति भी है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं।'
साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने लिखा कि 'सूरसागर विधानसभा से पूर्व विधायक, भाजपा परिवार की वरिष्ठ सदस्या, श्रीमती सूर्यकान्ता व्यास 'जीजी' के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। कुछ दिन पूर्व ही उनसे भेंट हुई थी जहां उनका आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। मेरे प्रति उनका अपार स्नेह और वात्सल्य सदैव बना रहा। उनका स्वर्गवास भारतीय जनता पार्टी परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।'
कैसा था राजनीतिक करियर?
सूर्यकांता व्यास की शादी मात्र 12 साल की उम्र में ही हो गई थी। वह 1960 के आसपास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गईं थीं। उन्होंने पार्षद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। वो बीजेपी की महिला मोर्चा समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रहीं। उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। साथ ही 1994 में बीजेपी की तिरंगा यात्रा के दौरान कश्मीर भी गईं। उन्हें साल 2012 में राजस्थान विधानसभा का सर्वश्रेष्ठ विधायक भी चुना गया था। वो जोधपुर इलाके में लंबे समय तक बीजेपी की वरिष्ठ और लोकप्रिय चेहरा रहीं। पिछले साल हुए राजस्थान विधानसभा में जब बीजेपी ने उनको टिकट नहीं दिया था तो उस दौरान खूब चर्चा हुई थी।