पुरानी जमीनी रंजिश का खौफनाक अंजाम, मां-बेटे को कार से गया कुचला, दोनों की हुई मौत
छोटे विवाद कभी-कभी बड़े खतरनाक रूप ले लेते हैं और कभी-कभी इसकी कीमत मासूमों को चुकानी पड़ती है. गुरुवार को एनएच 27 पर भूल भूलैया चौराहे के पास बागेश्वर ढाबे के पास मां और बेटे की दर्दनाक मौत हुई. जहां मां-बेटे को कार से कुचला गया.

राजस्थान के बारां से बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने इलाके को शॉक में डाल दिया है. पुरानी जमीनी रंजिश का खौफनाक अंजाम यह हुआ कि मां और बेटे को कार से कई बार कुचल दिया गया, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
मृतक मां-बेटे कोर्ट में गवाही देने जा रहे थे और उनकी यह मौत परिवार में लंबे समय से चली आ रही विवाद और रंजिश का नतीजा बताई जा रही है. यह घटना न केवल परिजनों के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए चेतावनी बन गई है कि पुरानी दुश्मनी कभी-कभी निर्दोषों की जान ले सकती है.
बरसों पुरानी दुश्मनी का खूनी अंजाम
सदर थाना क्षेत्र के कोटड़ी पाठेड़ा निवासी दो सगे परिवारों के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था. इस रंजिश की आग पहले भी कई बार भड़क चुकी थी. दोनों परिवारों के बीच मारपीट, आगजनी और हत्या तक के नौ मामले दर्ज हो चुके थे. साल 2019 में पुरुषोतम मीणा के भाई मुकुट मीणा की हत्या का आरोप भी मृतक संजय मीणा पर लग चुका था. यानी रिश्तेदारी के नाम पर जुड़े ये दोनों परिवार दरअसल सालों से खून-खराबे की पटकथा लिखते आ रहे थे.
गवाही के रास्ते पर मौत
गुरुवार की सुबह कोटड़ी पाठेड़ा निवासी संजय मीणा (35) अपनी मां रुकमणी मीणा (55) को लेकर बाइक पर बारां अदालत जा रहा था. दोनों को एक पुराने मुकदमे में गवाही देनी थी. लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि इस सफर की मंज़िल अदालत नहीं बल्कि मौत होगी. जैसे ही मां-बेटा भूल भूलैया चौराहा स्थित एक ढाबे के पास पहुंचे, सामने से आती एक कार ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों सड़क पर गिर पड़े. लेकिन यहीं पर हमला खत्म नहीं हुआ. कार सवार हमलावरों ने गिरे हुए मां-बेटे को बर्बरता से दो-तीन बार कुचल दिया और फिर डिवाइडर चढ़ाकर मौके से बारां की ओर भाग निकले. दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.
तीन आरोपी गिरफ्तार
शहर कोतवाली प्रभारी योगेश चौहान ने बताया कि मां-बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की. घटना के तुरंत बाद पुलिस ने पुरुषोतम मीणा, शिशुपाल मीणा, चंद्रमोहन मीणा, विनोद उर्फ मोनू मीणा, देशराज बैरवा, नीरज लश्करी और गोलू सहित सात लोगों के खिलाफ नामजद हत्या का मामला दर्ज किया. पुलिस ने शुक्रवार तक आधा दर्जन आरोपियों को डिटेन कर लिया. वहीं तीन भाइयों शिशुपाल मीणा, चंद्रप्रकाश मीणा और चंद्रमोहन मीणा को गिरफ्तार भी कर लिया गया. इन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
जांच और सबूत जुटाने में पुलिस
सीआई योगेश चौहान ने बताया कि यह घटना रंजिश का परिणाम प्रतीत होती है. आरोपियों और पीड़ित पक्ष के बीच पुरानी दुश्मनी और अदालती केस पहले से चल रहे थे. अब पुलिस साक्ष्य जुटा रही है ताकि साजिश की पूरी परतें खोली जा सकें. टीम को आदेश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द इस केस का पर्दाफाश किया जाए और दोषियों को अदालत के कठघरे तक पहुंचाया जाए.