कचरा मुक्त होगा पंजाब! सीवेज की सफाई के लिए सक्शन मशीन को मिली मंजूरी
Punjab Government: शनिवार को सीएम मान ने 7 जिलों में सीवर लाइनों की बेहतर तरीके से सफाई करने के लिए सुपर सक्शन-कम-जेटिंग मशीनों सहित 216 नई मशीनों को हरी झंडी दिखाई. मुख्यमंत्री ने बताया कि सीवरेज की सफाई के लिए नई मशीनें से सीवरेज की सफाई करने की ट्रेनिंग दी जाएगी.

Punjab Government: पंजाब की भगवंत मान सरकार साफ-सफाई की दिशा में बहुत से अभियान चला रही है. कूड़ा-कचरा साफ करने के लिए स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं. इसी दिशा में सीएम मान ने शनिवार को संगरूर में सीवेज की सफाई के लिए नई मशीनों को हरी झंडी दिखाई. इससे सफाई कर्मचारियों को मदद मिलेगी.
जानकारी के अनुसार, प्रशासनिक सुधार विभाग की जगह गवर्नेंस रिफॉर्म विभाग हो गया है. इसे जल्द ही मर्ज कर दिया जाएगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग, ड्रेन विभाग, मृदा संरक्षण विभाग विभाग सभी जुड़े हुए हैं. लेकिन इससे जुड़े काम के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है. ऐसे ही विभागों को मर्ज करने की कोशिश है.
216 मशीनें रवाना
शनिवार को सीएम मान ने 7 जिलों में सीवर लाइनों की बेहतर तरीके से सफाई करने के लिए सुपर सक्शन-कम-जेटिंग मशीनों सहित 216 नई मशीनों को हरी झंडी दिखाई. इसके बाद उन्होंने संबोधन में कहा कि सात जिलों संगरूर, बरनाला, बठिंडा, मलेरकोटला, मानसा, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में सफाई के लिए ढाई करोड़ रुपये की लागत से मशीनरी खरीदी गई है. उन्होंने कहा कि पंजाब के अलग-अलग शहरों में सफाई सुविधाओं के लिए 40 करोड़ रुपये के खर्च से 730 मशीनें खरीदी गई हैं.
सरकार का स्वच्छता पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुपर सक्शन मशीनें सीवर लाइनों की सफाई में काफी मददगार साबित होगी. मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि सीवरेज की सफाई के लिए नई मशीनें से सीवरेज की सफाई करने की ट्रेनिंग दी जाएगी. यह मशीन सीवरेज की समस्या के समाधान में बहुत सहायक सिद्ध होगी जिससे शहर निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी.
युवाओं के लिए कोचिंग सेंटर की स्थापना
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कॉलेज के निर्माण के लिए सभी बाधाएं दूर कर दी गई हैं और यह परियोजना जल्द ही शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ मतलबी लोगों ने अपने फायदे के लिए इस काम में बाधा डाल रहे थे. संगरूर में तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे. जिससे बच्चों अपना भविष्य संवार सकें. छात्रों को कोचिंग दी जाएगी. जिले में कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे, जिससे वह अपने एग्जाम की तैयारी बिना किसी समस्या के कर करें और पास हो जाएं.