भ्रष्टाचारियों की अब खैर नहीं! पंजाब सरकार ने 52 पुलिस अधिकारी को किया सस्पेंड
Punjab Government: पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार मामलों में बड़ी कार्रवाई की है. सरकार ने 52 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. इन पर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार जैसे आरोप थे. मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था कि इन मामलों में शामिल लोगों को बिल्कुल भी माफ नहीं किया जाएगा. चाहे वह प्रशासनिक अधिकारी हो, पुलिस अधिकारी या किसी दल का नेता क्यों न हो सभी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.

Punjab Government Against Corruption: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले पर रोक लगाने के लिए एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. अब कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार में शामिल 52 पुलिस ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले मुक्तसर के डीजी को भी निलंबित किया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मान सरकार भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. रिश्वतखोरी को खत्म करने के लिए सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है. सीएम मान ने कहा कि किसी भी तरह का भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
52 पुलिस अधिकारियों पर एक्शन
पंजाब सरकार ने 52 पुलिस कर्मी के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में कार्रवाई की है. मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था कि इन मामलों में शामिल लोगों को बिल्कुल भी माफ नहीं किया जाएगा. चाहे वह प्रशासनिक अधिकारी हो, पुलिस अधिकारी या किसी दल का नेता क्यों न हो सभी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. सरकार ने एक मोबाइल नंबर 9501200200 भी जारी किया है, जिस पर कॉल करके लोग अपनी शिकायत कर सकते हैं.
जनता से की अपील
मुख्यमंत्री भगवंत ने जनता से अपील की है कि अगर किसी भी सरकारी अधिकारी से रिश्वत की मांग की जाती है तो वह इस नंबर पर ऑडियो या वीडियो रिकॉर्ड करके शिकायत करे. इसके बाद सरकार सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी, जिससे अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके. पंजाब सरकार की ओर से यह कदम भ्रष्टाचार के मामलों पर लगाम लगाने के लिए उठाया गया है. इसका उद्देश्य भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना है.
दिल्ली की मॉडल पर काम
मीडिया से बात करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह कार्रवाई पंजाब सरकार के 13 फरवरी को जारी निर्देशों के अनुसार की गई है, जिसमें पारदर्शिता, जवाबदेही और सार्वजनिक सेवा में ईमानदारी पर जोर दिया गया था. इसके तहत हमने 52 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है, जिनमें कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के अधिकारी शामिल हैं. ये सभी भ्रष्टाचार में शामिल पाए गए थे. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में पुलिस प्रशासन उन मामलों की पहचान कर रहा है, जहां पुलिस अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं. सबूतों की जांच करते ही उचित कार्रवाई की जाएगी.