बौखलाए पाक ने अमृतसर को बनाया निशाना, एंटी मिसाइल सिस्टम ने कर दिए 3 टुकड़े
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब के अमृतसर जिले में दहशत फैल गई जब बुधवार रात दुधाला, जेठुवाल और पंधेर गांवों में मिसाइल के टुकड़े मिले. एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि सेना को अलर्ट कर मौके पर बुलाया गया. सेना ने पुष्टि की कि यह मिसाइलें थीं. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, मिसाइलों की जांच जारी है.
भारत की तरफ से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब के अमृतसर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. बुधवार देर रात अमृतसर के तीन गांव दुधाला, जेठुवाल और पंधेर में मिसाइल के टुकड़े मिलने से स्थानीय लोगों में अफरातफरी फैल गई.
इस बात की जानकारी अमृतसर रूरल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनिंदर सिंह ने न्यूज़ चैनल Times Now से बातचीत में दी. उन्होंने बताया कि हमारी टीमों ने तुरंत इलाके को घेर लिया और सेना को सूचित किया. सेना के विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुष्टि की कि ये वस्तुएं वास्तव में मिसाइलें थीं. एसएसपी ने बताया कि इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. सेना ने मिसाइलों को कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया है.
एंटी मिसाइल सिस्टम ने किया इंटरसेप्ट, तीन टुकड़ों में टूटी मिसाइल
Times Now के सूत्रों के अनुसार, यह मिसाइल भारतीय सीमा की ओर बढ़ रही थीं, जिसे भारतीय एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट किया. और इसके बाद मिसाइल को टारगेट कर नष्ट कर दिया. इससे वह तीन टुकड़ों में टूट गई. इन टुकड़ों को अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे इसके स्रोत और निर्माण तकनीक का पता लगाया जा सकेगा.
रहस्यमयी धमाके और ब्लैकआउट से बढ़ी दहशत
घटना की रात 1:02 AM से 1:09 AM के बीच अमृतसर में छह जोरदार धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं. ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये आवाज़ें मिसाइल हमले या इंटरसेप्शन से जुड़ी हो सकती हैं. हालात को देखते हुए अधिकारियों ने इस दौरान तत्काल ब्लैकआउट लागू कर दिया. हालांकि अमृतसर पुलिस ने शुरुआत में इन धमाकों को सॉनिक बूम यानी तेज रफ्तार लड़ाकू विमानों की आवाज़ बताया था.
दो बार हुआ ब्लैकआउट
इसी रात अमृतसर में दो बार बिजली गुल हुई. पहला ब्लैकआउट रात 10:30 बजे से 11:00 बजे के बीच हुआ और दूसरा रात 1:56 से लेकर सुबह 4:30 बजे तक जारी रहा. बिजली विभाग ने बाद में जानकारी दी कि स्थिति को सामान्य कर लिया गया है.





