अश्लील रील्स से फेमस Viral भाभी की मौत से लोगों में खौफ, अंतिम संस्कार में केवल तीन लोग
सोशल मीडिया स्टार कंचन कुमारी उर्फ ‘कमल कौर भाभी’ की हत्या पहले से रची गई साजिश थी. मास्टरमाइंड अमृतपाल सिंह मेहरों ने प्लान के कुछ घंटे बाद ही दुबई भागकर सभी को चौंका दिया. पुलिस का दावा है कि वह अन्य महिला इन्फ्लुएंसरों को भी धमका रहा था. दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं और दो फरार हैं.

पंजाब की पॉपुलर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या कोई अचानक हुआ क्राइम नहीं था. ये एक तीन महीने पहले से रची गई साजिश थी, जिसके मास्टरमाइंड का नाम है अमृतपाल सिंह मेहरों, एक कट्टरपंथी चेहरा, जो हत्या के कुछ घंटों में ही यूएई (दुबई) भाग गया. बठिंडा पुलिस ने इस सनसनीखेज केस में जो खुलासे किए हैं, वो सोशल मीडिया पर सनसनी फैला रहे हैं.
हत्या और उसी शाम दुबई फ्लाइट
पुलिस के अनुसार, 30 वर्षीय अमृतपाल सिंह मेहरों, मोगा का रहने वाला है और खुद को सिख विचारधारा का संरक्षक बताता है. कमल कौर भाभी की 9 जून को गला घोंटकर हत्या की गई थी. उसी दिन शाम को अमृतपाल अमृतसर से फ्लाइट पकड़ कर सीधे दुबई निकल गया.
कैसे निकला बाहर?
पुलिस का कहना है कि जैसे ही उनके हाथ आरोपी का पासपोर्ट और इमिग्रेशन डिटेल्स लगे, उन्हें समझ आया कि वो हत्या के कुछ ही घंटों बाद भारत छोड़ चुका था. पुलिस ने इंटरपोल और इमीग्रेशन एजेंसियों से संपर्क किया है ताकि उसे वापस लाया जा सके. एसएसपी अमनीत कोंडल के अनुसार, अमृतपाल ने कम से कम दो और महिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को धमकियां दी थीं. उन्हें 'कम्युनिटी की भावनाएं आहत' करने का बहाना बनाकर टारगेट किया जा रहा था.
हत्या के आरोपी बोले- 'अश्लील कंटेंट से गुस्सा था'
गिरफ्तार किए गए दो अन्य आरोपी, जसप्रीत सिंह (32) और निमरतजीत सिंह (21) ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने कंचन को इसलिए मारा क्योंकि वह “अश्लील और अनैतिक सामग्री” सोशल मीडिया पर पोस्ट करती थी. उनका दावा है कि इससे उनके ‘धार्मिक’ भावनाएं आहत हुईं. पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस मर्डर प्लान में दो और लोग शामिल थे. इनमें से एक का नाम रंजीत सिंह सामने आया है। दोनों आरोपी पहले से दर्ज FIR में नामज़द किए जा चुके हैं और उनकी तलाश जारी है.
कहां मिला शव?
कमल कौर भाभी का शव एक लावारिस कार की डिक्की में मिला था, जो बठिंडा के एक पार्किंग एरिया में खड़ी थी। पुलिस को यह शक नहीं रहा कि यह ‘क्राइम ऑफ पैशन’ नहीं बल्कि एक सोची-समझी विचारधारा से भरी हत्या थी.