कुत्तों से डरा तेंदुआ, पेड़ पर चढ़ा और फंसा रहा दो घंटे , फिर ऐसे हुआ रेस्क्यू
पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल कस्बे में आज सुबह कुछ कुत्तों के डर से तेंदुआ पेड़ पर चढ़ गया, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई. इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई और दो घंटे के रेस्क्यू के बाद तेंदुए को सुरक्षित पकड़ लिया गया.

17 मई की सुबह पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल कस्बे में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला. तड़के करीब साढ़े पांच बजे, जब लोग अपने रोजमर्रा के कामों में व्यस्त होने ही वाले थे, तभी अचानक मोहल्ले में कुत्तों के भौंकने की तेज आवाज़ गूंजने लगीच. पता चला कि कुछ कुत्तों ने एक तेंदुए का पीछा कर दिया था.
अपनी जान बचाने के लिए तेंदुआ भागता-भागता एक पेड़ पर चढ़ गया. लेकिन ऊपर चढ़ने के बाद वह नीचे उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पाया. जैसे ही लोगों को इस घटना की खबर मिली, वहां भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. हर कोई अपने मोबाइल से वीडियो बनाने में जुट गया और तेंदुए को देखने के लिए उत्साहित हो उठा. भीड़ इतनी बढ़ गई कि बेचारा तेंदुआ डर के मारे और भी ज्यादा घबरा गया और नीचे उतरने की कोशिश भी नहीं कर सका.
रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत
घटना की सूचना मिलते ही वन्य प्राणी विभाग और पुलिस मौके पर पहुंच गई. रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान विभाग के रेंज अधिकारी नरेंद्र पाल सिंह ने संभाली. टीम ने तेंदुए को सुरक्षित पकड़ने की रणनीति बनाई. फॉरेस्ट गार्ड जगबीर सिंह ने ट्रायंगुलर गन से तेंदुए को बेहोश करने के लिए इंजेक्शन चलाया, लेकिन इंजेक्शन लगते ही तेंदुआ डर के मारे पेड़ से नीचे कूद गया.
जाल में फंसा तेंदुआ
पेड़ से कूदते ही विभाग के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर तेंदुए को जाल में लपेट लिया. इसके बाद बड़ी सावधानी से उसे लोहे के मजबूत पिंजरे में बंद कर दिया गया. सभी ने राहत की सांस ली कि तेंदुए को बिना किसी नुकसान के सुरक्षित पकड़ लिया गया.
तेंदुए का इलाज
वेटरनरी अधिकारी डॉ. रमनदीप चंदेल तुरंत मौके पर पहुंचे और तेंदुए का इलाज शुरू किया. करीब दो घंटे की मेहनत के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पूरी तरह सुरक्षित कर लिया. जानकारी के मुताबिक, अब तेंदुए को मोहाली के छतबीड़ चिड़ियाघर में शिफ्ट किया जाएगा, जहां उसकी सही देखभाल और इलाज हो सकेगा.