किस हैसियत से केजरीवाल को पंजाब सरकार ने दिया 'शीश महल 2.0'? स्वाति मालीवाल के सवाल पर बोली AAP - ये बंगला नहीं कैंप ऑफिस
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच ‘शीश महल 2.0’ को लेकर तीखी जुबानी जंग छिड़ गई है. मालीवाल ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल को पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ में दो एकड़ जमीन पर बने एक आलीशान बंगले में रहने की सुविधा दी है, जबकि वे न तो पंजाब के मुख्यमंत्री हैं और न ही वहां किसी आधिकारिक पद पर हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि किस हैसियत से केजरीवाल को यह महल दिया गया?
राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप नई बात नहीं है, लेकिन जब मुद्दा सरकारी संपत्तियों से जुड़ा हो, तो सवाल गहराते जरूर हैं. हाल गी में भाजपा ने एक्स पर एक फोटो शेयर कर दावा किया कि यह आलीशान बंगला पंजाब सरकार के खर्चे पर बनवाया गया है और इसे अरविंद केजरीवाल के निजी इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया है, जो 7 स्टार शीश महल है.
अब इस मामले में राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने सवाल उठाते हुए पूछा कि किस हैसियत से केजरीवाल को पंजाब सरकार ने 'शीश महल 2.0' दिया है. इस पर आप ने पलवटावर करते हुए कहा कि यह बंगला नहीं बल्कि कैंप ऑफिस है.
शीश महल पर स्वाति मालीवाल का हमला
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में जनता के आदेश पर उन्हें अपना शीश महल खाली करना पड़ा, लेकिन अब उन्होंने पंजाब सरकार से चंडीगढ़ में शीश महल 2.0 बनवा लिया है. उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ के सेक्टर-2 में पंजाब के मुख्यमंत्री कोटे से दो एकड़ जमीन पर एक विशाल और आलीशान महल बनाया गया है, जो किसी सात सितारा होटल से कम नहीं है. मालीवाल का कहना है कि इस महल का हाल ही में पंजाब सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर जीर्णोद्धार करवाया गया है और अब खुद अरविंद केजरीवाल वहीं रह रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर केजरीवाल को यह महल किस हैसियत से दिया गया, क्योंकि वे अब न तो विधायक हैं और न ही पंजाब सरकार में किसी आधिकारिक पद पर हैं.
कैंप है, तो जनता के लिए खुला क्यों नहीं?
अपने बयान में मालीवाल ने कहा कि जब उन्होंने यह मुद्दा उठाया, तो झूठ फैलाने की कोशिश की गई कि यह पंजाब के मुख्यमंत्री का कैंप ऑफिस है. उन्होंने पलटवार करते हुए पूछा कि अगर यह सच में कैंप कार्यालय है, तो यह जनता के लिए खुला क्यों नहीं है और हमेशा अंदर से बंद क्यों रहता है. उन्होंने चुनौती दी कि पंजाब सरकार बताए कि पिछले चार सालों में इस जगह पर कितनी आधिकारिक बैठकें हुई हैं. स्वाति मालीवाल ने कहा कि सच्चाई यह है कि यह आलीशान महल अब पंजाब के सुपर सीएम अरविंद केजरीवाल का ठिकाना बन गया है, जो जनता के टैक्स के पैसे से तैयार किया गया है.
पुरानी यादें, नया विवाद
यह पहला मौका नहीं है जब केजरीवाल के आवास को लेकर विवाद उठा हो. इससे पहले दिल्ली में उनके 6, फ्लैगस्टाफ रोड वाले बंगले को लेकर भी बीजेपी ने बड़ा हंगामा किया था. उस वक्त भी पार्टी ने इसे ‘फिजूलखर्ची’ और ‘भ्रष्टाचार’ का प्रतीक बताया था.अब वही मामला दोबारा गर्म होता दिख रहा है. बस जगह बदली है, दिल्ली से चंडीगढ़. बीजेपी ने इस बार भी आक्रामक रुख अपनाया है. पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक “7-स्टार लग्जरी बंगले” की तस्वीर शेयर करते हुए आरोप लगाया कि यह वही आलीशान संपत्ति है, जहां केजरीवाल रह रहे हैं.





