MP के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन के बीच WWF! ड्यूटी छोड़ एक-दूसरे को बाल पकड़कर मारा | VIDEO
एमपी के खरगोन स्थित सरकारी एकलव्य स्कूल का एक वीडियो इंटरनेट पर हंगामा मचा रहा है, जिसमें स्कूल की प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन मारपीट करती नजर आ रही हैं. लाइब्रेरियन बार-बार प्रिंसिपल से कह रही है कि आपने मेरा फोन क्यों तोड़ा. इसी बात पर लड़ाई हो रही है. प्रिंसिपल का नाम प्रवीण दहिया और लाइब्रेरियन का नाम मधुरानी बताया गया है.

MP Viral Video: सोशल मीडिया पर आए दिन लोगों के लड़ाई-झगड़ते करते हुए वीडियो वायरल होते रहते हैं, जिसमें लोग छोटी-छोटी बात पर मारपीट करते हुए नजर आते हैं. अक्सर महिला से जुड़े ऐसे मामले ज्यादा सामने आते हैं. इन दिनों मध्य प्रदेश के एक सरकारी स्कूल का वीडियो सामने आया है, जिसमें टीचर और प्रिंसिपल एक-दूसरे को बाल पकड़कर मारते हुए नजर आ रही हैं.
एमपी के खरगोन स्थित सरकारी एकलव्य स्कूल का यह मामला बताया जा रहा है. शनिवार (3 मई) को स्कूल के अंदर महिला स्कूल प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन के बीच जमकर झगड़ा हुआ. इस दौरान दोनों ने अपने पद की गरिमा को भूल, मारपीट करती दिखीं. इसका घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बच्चों की तरह टीचर्स को लड़ते देख यूजर्स अलग-अलग तरह के कमेंट कर रहे हैं.
टीचर्स ने एक-दूसरे की धुनाई
वायरल वीडियो में प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन एक-दूसरे को थप्पड़ मारे, बाल खींचते और धक्का-मुक्की करते दिख रही हैं. लाइब्रेरियन बार-बार प्रिंसिपल से कह रही है कि आपने मेरा फोन क्यों तोड़ा. इसी बात पर लड़ाई हो रही है. प्रिंसिपल का नाम प्रवीण दहिया और लाइब्रेरियन का नाम मधुरानी बताया गया है. काम से जुड़े मुद्दे पर असहमति के कारण दोनों लड़ पड़ी.
क्यों हुई लड़ाई?
एकलव्य स्कूल में हर वर्ष 5 करोड़ से ज्यादा का सरकार की ओर से बजट आता है. लाइब्रेरियन मधुरानी ने बजट के उपयोग को लेकर सवाल उठाए थे. वह प्रिंसिपल से मुद्दे पर बात करते हुए वीडियो रिकॉर्ड कर रही थी, जिससे प्रिंसिपल भड़क उठीं. कथित तौर पर उन्होंने मधुरानी के हाथ से फोन छीना और नीचे गिरा दिया. इससे मधुरानी का फोन टूट गया और फिर दोनों के बीच लड़ाई हो गई. बात हाथापाई तक पहुंच गई, जिसका पास में खड़े अन्य स्टाफ ने वीडियो बना लिया.
सरकार ने लिया एक्शन
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल प्रशासन ने दोनों महिलाएं के खिलाफ एक्शन लिया है. दोनों को उनके पद से हटा दिया गया और अस्थायी रूप से सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य के कार्यालय में अटैच कर दिया. जानकारी के अनुसार, मामले की पूरी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी गई है. जिला कलेक्टर भव्या मित्तल ने आदिम जाति कल्याण विभाग को जांच के आदेश दिए हैं.