सुहागरात पर दुल्हन का Virginity Test! महिला की इज्जत शर्मसार, न्याय की गुहार में कोर्ट पहुंची पीड़िता
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक महिला के साथ ऐसा ही अमानवीय व्यवहार किया गया. शादी की पहली रात को उसके ससुराल वालों ने गलत तरीके से उसका वर्जिनिटी टेस्ट किया. पीड़ित महिला ने इंदौर की एक कोर्ट में अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. महिला ने कहा कि सुहागरात वाले दिन गलत तरीके से उसका वर्जिनिटी टेस्ट किया गया. जिससे उसे गंभीर मानसिक और शारीरिक परेशानी हुई.

Virginity Test: भारत में आज भी कई ऐसी जगह हैं, जहां पर पुरानी मान्यताओं और रीति-रिवाजों को माना जाता है. लेकिन पुरानी मान्यताएं कुछ ऐसी भी हैं , जिसमें मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का भी सामना करना पड़ता है. इनमें दहेज प्रथा और वर्जिनिटी टेस्ट शामिल है. मध्य प्रदेश के इंदौर में एक महिला के साथ ऐसा ही अमानवीय व्यवहार किया गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित महिला ने इंदौर की एक कोर्ट में अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. उसने बताया कि शादी के बाद सुहागरात वाले दिन गलत तरीके से उसका वर्जिनिटी टेस्ट किया गया. जिससे उसे गंभीर मानसिक और शारीरिक परेशानी हुई. अब कोर्ट ने आरोपी ससुराल वाले के खिलाफ संज्ञान लिया है.
वर्जिनिटी टेस्ट को चुनौती
इस मामले में पीड़िता ने वर्जिनिटी टेस्ट को चुनौती दी है. जिला अदालत ने महिला शिकायत पर कार्रवाई करते हुए ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है. यह राज्य का पहला मामला है जहां वर्जिनिटी टेस्ट की प्रथा को कानूनी चुनौती दी गई है. पहले भी ऐसे कई केस देखने को मिले हैं, जहां नई नवेली दुल्हन से सुहागरात के दिन उसका टेस्ट किया जाता है कि शादी से पहले उसका किसी के साथ कोई शारीरिक संबंध था या नहीं.
क्या है मामला?
रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित महिला की शादी दिसंबर 2019 में भोपाल के एक व्यक्ति से हुई थी. शादी के बाद उसे गर्भावस्था के तीन महीने के अंदर मिसकैरेज का सामना करना पड़ा. बाद में जब वह प्रेग्नेंट हुई तो उसने 9 महीने और 9 दिन तक गर्भ में रहने के बाद, एक मृत बच्चे को जन्म दिया. अभी उसकी एक बेटी है. महिला एवं बाल विकास विभाग के एक जांच अधिकारी की गोपनीय रिपोर्ट से पता चला कि ससुराल वालों ने शादी की पहली रात पीड़िता के वर्जिनिटी टेस्ट के लिए अनुचित तरीकों का इस्तेमाल किया था, जिसके कारण उसे मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा.
महिला ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए भी उस पर अत्याचार के आरोप लगाए हैं. इस पूरे मामले पर गंभीरता से जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. क्योंकि यह मामला सिर्फ महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण की दशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि समाज को जागरूक करने का भी प्रयास है.