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शादी में नाचते समय महिला की मौत, डॉक्टर के कोरोना और वैक्सीन के दावे की कितनी है सच्चाई?

इंदौर में एक शादी समारोह के दौरान डांस करते समय 23 वर्षीय महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. सोशल मीडिया पर एक डॉक्टर ने कोविड और वैक्सीन को इसका कारण बताया. लेकिन शोध के अनुसार, वैक्सीन दिल की बीमारियों का खतरा कम करती है. जानें डॉक्टर के दावे में कितनी सच्चाई है.

शादी में नाचते समय महिला की मौत, डॉक्टर के कोरोना और वैक्सीन के दावे की कितनी है सच्चाई?
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 13 Feb 2025 6:56 PM IST

इंदौर में एक शादी समारोह के दौरान डांस करते समय 23 वर्षीय महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. सोशल मीडिया पर एक डॉक्टर ने कोविड और वैक्सीन को इसका कारण बताया. लेकिन शोध के अनुसार, वैक्सीन दिल की बीमारियों का खतरा कम करती है. वैज्ञानिक निष्कर्ष बताते हैं कि इस दावे का कोई ठोस आधार नहीं है.इंदौर में शादी समारोह के दौरान डांस करते समय 23 वर्षीय परिणीता जैन की अचानक मौत हो गई. वह स्टेज पर परफॉर्म कर रही थीं तभी वह अचानक गिर पड़ीं. मौके पर ही उन्हें सीपीआर दिया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी मौत का कारण दिल का दौरा बताया. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक डॉक्टर का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोविड-19 (कोरोना) और उसकी वैक्सीन से ऐसी मौतें हो सकती हैं.

वायरल वीडियो में प्रोफेसर डॉ. बीपीएस त्यागी का कहना है कि कोविड संक्रमण मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है, जिससे दिल पर असर पड़ता है और माइक्रो एम्बोली बनने की संभावना बढ़ जाती है. उन्होंने सुझाव दिया कि अगले 3-4 साल तक ज्यादा दौड़ने या भारी वजन उठाने जैसे व्यायाम से बचना चाहिए, क्योंकि इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है. हालांकि, इस दावे को कई डॉक्टरों और शोधकर्ताओं ने गलत बताया है.

कोविड-19 और वैक्सीन से हो सकता है हार्ट अटैक का संबंध?

यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार, कोविड वैक्सीन लेने के बाद हृदय संबंधी घटनाओं का जोखिम कम हो जाता है, खासकर तीसरी डोज के बाद. रिसर्च में पाया गया कि पूरी तरह से टीकाकरण कराने वालों में दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी समस्याओं की संभावना 20-30% तक कम हो गई.

शोधकर्ता प्रोफेसर फ्रेडरिक न्यबर्ग ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीन के बाद अगर किसी को दिल से जुड़ी कोई समस्या होती भी है, तो वह अस्थायी होती है और गंभीर रूप नहीं लेती. इसके विपरीत, वैक्सीन ने कोविड से जुड़ी गंभीर हृदय समस्याओं के खतरे को काफी कम किया है.

अस्पताल में भर्ती होने से खतरा होता है कम

इसके अलावा, JAMA Network Open में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, नियमित व्यायाम से कोविड के संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने का खतरा कम हो सकता है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर डॉ. एंथनी एल. कोमारॉफ़ ने बताया कि सक्रिय जीवनशैली अपनाने वाले लोगों में कोविड संक्रमण का खतरा 10% और अस्पताल में भर्ती होने का खतरा 27% तक कम हो जाता है.

वायरल वीडियो में कितनी सच्चाई?

वायरल वीडियो में किए गए दावे का कोई ठोस वैज्ञानिक आधार नहीं है. शोध बताते हैं कि कोविड वैक्सीन दिल के दौरे के जोखिम को कम करता है, न कि बढ़ाता. इसलिए, शादी में नाचते समय हार्ट अटैक से हुई महिला की मौत को कोविड या उसकी वैक्सीन से जोड़ना गलत होगा.

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