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ओरल सेक्स बन सकता है गले के कैंसर का कारण, जानें इस बीमारी से कैसे बचें

ह्यूमन पेपिलोमावायरस से खुद को बचाकर, सिगरेट और शराब न पीकर गले के कैंसर से बचा जा सकता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओरल सेक्स भी गले के कैंसर का कारण बन सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इस कैंसर के चलते 14 हजार लोगों की मौत हो चुकी है.

ओरल सेक्स बन सकता है गले के कैंसर का कारण, जानें इस बीमारी से कैसे बचें
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 11 Feb 2025 10:31 PM IST

ऑरोफरीन्जियल कैंसर गले में होता है. पुरुषों में इस कैंसर का रिस्क ज्यादा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओर सेक्स से यह कैंसर हो सकता है? The New England Journal Of Medicine की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर किसी के 6 से ज्यादा ओरल सेक्स पार्टनर हैं, तो उनमें इस कैंसर के होने का खतरा 8.5 गुना ज्यादा होता है.

वहीं,International Agency For Research On Cancer की एक रिपोर्ट में बताया गया थ कि साल 2022 में भारत में इस कैंसर से 23 हज़ार से ज्यादा लोगों में यह कैंसर पाया गया था. इतना ही नहीं, इस कैंसर के कारण 14 हजार लोगों की जान भी जा चुकी है.

क्या ओरल सेक्स से कैंसर हो सकता है?

अगर किसी व्यक्ति के एक से ज्यादा लोगों के साथ संबंध हैं, तो उनमें ह्यूमन पैपिलोमा वायरस फैल सकता है. यह वायरस ओरल सेक्स के जरिए भी ट्रांसमिट होता है. हालांकि, हर केस में ऐसा नहीं होता है. लो इम्यूनिटी वाले व्यक्ति के शरीर में HPV पहले से ही होता है. ऐसे में यह वायरस नॉर्मल सेल्स के DNA में कुछ बदलाव कर सकता है. इसके कारण कैंसर हो सकता है.

किस तरह के कैंसर का रिस्क है?

मसूड़ों, मुंह के तल और ऑरोफरीनक्स में भी ऑरोफरीन्जियल कैंसर हो सकता है. यह गले के बीच का पार्ट होता है, जो लार बनाता है. इसके जरिए खाने को निगलने में मदद मिलती है.

कैंसर से कैसे बचें?

इस कैंसर को होने से रोकने के लिए सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान सावधानियां बरतनी चाहिए. खासतौर पर कॉन्डम का इस्तेमाल जरूर करें. इसके अलावा, ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वैक्सीन लगाने से फायदा होगा. यह वैक्सीन 11-12 साल की उम्र तक लगवा लेनी चाहिए. अगर किसी कारण यह वैक्सीन नहीं लग पाती है, तो 18-25 साल की उम्र में भी इसे लगवाया जा सकता है.

डॉक्टर से जरूर लें सलाह

इस वैक्सीन का असर 30-32 साल तक रहता है. इस बात का ध्यान रखें कि इस बीमारी के ट्रीटमेंट के लिए कभी भी होम रेमेडी का सहारा न लें. अगर आपको कोई अलग लक्षण नजर आए, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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