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खिड़की से झांक रहे थे... महिलाओं के कपड़े बदलते समय वीडियो बनाने का आरोप, ABVP से जुड़े छात्र समेत तीन गिरफ्तार; क्या बोली पुलिस?

गिरफ्तार छात्रों में से एक, उमेश जोशी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का नगर सचिव था. घटना सामने आने के बाद एबीवीपी ने उसे उसके पद से हटा दिया है.

खिड़की से झांक रहे थे... महिलाओं के कपड़े बदलते समय वीडियो बनाने का आरोप, ABVP से जुड़े छात्र समेत तीन गिरफ्तार; क्या बोली पुलिस?
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( Image Source:  Create By AI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 18 Oct 2025 7:52 AM IST

मध्य प्रदेश के मंदसौर ज़िले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने कॉलेज परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जिले के एक सरकारी कॉलेज में आयोजित युवा महोत्सव के दौरान कुछ छात्रों पर आरोप लगा है कि उन्होंने कार्यक्रम से पहले कपड़े बदल रही छात्राओं की गुप्त रूप से रिकॉर्डिंग की. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चौथे आरोपी की तलाश जारी है.

मंगलवार को कॉलेज परिसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियां चल रही थी. इसी दौरान, छात्राओं के लिए बनाए गए चेंजिंग रूम में कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं. कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल ने जब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी तो उसमें चार युवक खिड़की के पास झांकते और मोबाइल से कुछ रिकॉर्ड करते हुए दिखाई दिए. इस पर कॉलेज प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और शिकायत दर्ज कराई.

पुलिस की कार्रवाई

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. फुटेज के आधार पर जिन तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया, उनकी पहचान उमेश जोशी, अजय गौड़ और हिमांशु बैरागी के रूप में हुई है. इनकी उम्र 20 से 22 साल के बीच बताई जा रही है. पुलिस ने बताया कि चौथा आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. मंदसौर के पुलिस अधीक्षक विनोद मीणा ने बताया, 'सीसीटीवी फुटेज में चार छात्र खिड़की के पास झांकते हुए साफ दिख रहे हैं. हमने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है, और उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं. फोन की फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि कोई वीडियो या फोटो रिकॉर्ड की गई थी या नहीं.'

आरोपी छात्रों में एक एबीवीपी पदाधिकारी भी शामिल

गिरफ्तार छात्रों में से एक, उमेश जोशी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का नगर सचिव था. घटना सामने आने के बाद एबीवीपी ने उसे उसके पद से हटा दिया है. हालांकि, एबीवीपी की ओर से इस घटना पर सफाई भी दी गई है. संगठन की राष्ट्रीय सचिव कुमारी शालिनी वर्मा ने बयान जारी कर कहा, 'ये छात्र किसी गलत इरादे से वहां नहीं गए थे. वे कॉलेज कैंटीन रूम की जांच कर रहे थे, क्योंकि पहले वहां कुछ संदिग्ध गतिविधियों की शिकायतें मिली थी. जिस कमरे को लेकर विवाद हुआ, वह गर्ल्स कॉमन रूम नहीं था. कुछ छात्राओं ने गलती से यह समझ लिया कि उनका वीडियो बनाया गया है और उन्होंने प्रिंसिपल को सूचित किया. जब पुलिस ने जांच की तो छात्रों के मोबाइल फोन में कोई भी अनुचित तस्वीर या वीडियो नहीं मिला.'

जांच जारी, सबूतों का इंतजार

मामले की जांच कर रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल आरोपियों को अदालत में पेश किया गया है और आगे की जांच के लिए उनके फोन और डिजिटल उपकरणों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है. अधिकारी ने कहा, 'अब तक इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है कि किसी छात्रा की रिकॉर्डिंग या फोटो ली गई थी. फिर भी, पुलिस ने एहतियातन मामला दर्ज किया है और संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई जारी है.'

कॉलेज परिसर में मचा हंगामा

इस घटना के बाद कॉलेज में माहौल तनावपूर्ण हो गया. कई छात्र-छात्राओं ने सुरक्षा की कमी पर सवाल उठाए और मांग की कि कॉलेज प्रशासन छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए. वहीं, प्रशासन ने कहा है कि कॉलेज में अतिरिक्त सुरक्षा इंतज़ाम किए जा रहे हैं और सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी.

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