ब्लैकमेल कर किया रेप... FIR में किन्नरों के जहर पीने की वजह आई सामने; मामले में एक गिरफ्तार, 3 आरोपियों पर एफआईआर
इंदौर, मध्य प्रदेश में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें कथित रूप से एक ट्रांसजेंडर महिला के साथ ब्लैकमेल और रेप करने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.

इंदौर में ट्रांसजेंडर समुदाय के 20 से ज्यादा किन्नरों ने एक-साथ जहर पीने की कोशिश की, जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. इस बात की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी पीड़ितों को महाराजा यशवंतराव अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है.
अब इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. एफआईआर के मुताबिक यह विवाद पैसे, समुदाय के भीतर गुटबाजी और रेप कर बलात्कार का है.
जमा राशि को लेकर झगड़ा
स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह विवाद ट्रांसजेंडर समुदाय के दो गुटों के बीच जमा राशि के लेन-देन को लेकर शुरू हुआ. कथित तौर पर समुदाय द्वारा आयोजित एक सम्मेलन के लिए इकट्ठा की गई राशि को लेकर विवाद हुआ. एक गुट की नेता, सपना गुरु उर्फ सपना हाजी और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर दूसरे गुट के 24 सदस्यों को धमकाया और मारपीट की. इसके बाद, प्रभावित सदस्यों ने अपने जीवन को खतरे में डालने का प्रयास किया.
रेप और ब्लैमेलिंग-जहर पीने का कारण
इस मामले में पुलिस ने सपना हाजी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही, राजा हाशमी, अक्षय कुमायु और पंकज जैन के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. FIR में कथित रूप से हमला और जबरन वसूली के आरोप शामिल हैं. इसके अलावा, पंकज जैन के खिलाफ भी एक और FIR दर्ज की गई थी, जिसमें एक ट्रांसजेंडर महिला ने उन पर और अक्षय कुमायु पर पत्रकार बनकर धमकी देने और ब्लैकमेल कर उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था.
ट्रांसजेंडर समुदाय के भीतर गुटबाजी
इंदौर में ट्रांसजेंडर समुदाय के अलग-अलग गुट लंबे समय से अलग-अलग क्षेत्रों और भिक्षाटन के अधिकारों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. कई बार इन गुटों के बीच झगड़े और मारपीट की घटनाएं सामने आती रही हैं. स्थानीय प्रशासन और पुलिस लगातार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि समुदाय में शांति बनी रहे.
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस अधिकारियों ने साफ किया है कि इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है और अस्पताल में भर्ती सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है. अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि समुदाय के सदस्यों के बीच बातचीत और समझौते की प्रक्रिया शुरू की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे तनावपूर्ण हालात न बनें.