“अफसर और माफिया से परेशान था मैं…” आत्महत्या से पहले MP पुलिसकर्मी का आखिरी वीडियो वायरल, लगाए सनसनीखेज आरोप
MP News: मध्य प्रदेश के एक पुलिसकर्मी की आत्महत्या से पहले का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पीड़ित पुलिसकर्मी ने वरिष्ठ अधिकारियों पर माफियाओं से मिलीभगत और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं. वीडियो सामने आते ही पुलिस महकमे और शासन में हलचल मच गई है. फिलहाल, मामले की जांच जारी है.
मुझे जबरन फंसाया गया है... मेरे अफसर माफिया के साथ मिले हुए हैं..." ये शब्द हैं मध्य प्रदेश के उस पुलिसकर्मी के जिसने आत्महत्या से चंद घंटे पहले खुद का एक वीडियो रिकॉर्ड किया. अब वही वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है. इस घटना ने पूरे मध्य प्रदेश पुलिस महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या एक ईमानदार पुलिसकर्मी को सिस्टम ने इतना तोड़ दिया कि उसे आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा?
दरअसल, आत्महत्या से पहले पुलिसकर्मी द्वारा पोस्ट किए गए कुछ वीडियो ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है. इन वीडियो में उसने सेवारत पुलिस अधिकारियों और स्थानीय माफियाओं के नाम लिए हैं और उन पर मानसिक उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और यहां तक कि जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
सुसाइड से पहले लिए अफसरों और माफियाओं के नाम
यह घटना मध्य प्रदेश के दतिया जिले के गोदान पुलिस स्टेशन परिसर की है. थाना परिसर स्थित सरकारी आवास में सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) प्रमोद पवन मंगलवार तड़के कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिसकर्मी अपने सरकारी आवास में फंदे से लटके पाए गए. लेकिन आत्महत्या से पहले उनके द्वारा पोस्ट किए गए कुछ खौफनाक वीडियो ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है. ऐसे वीडियो जिनमें उन्होंने सेवारत पुलिस अधिकारियों और स्थानीय माफिया सदस्यों के नाम लिए हैं. विभागीय अधिकारियों और उनसे जुड़े लोगों पर मानसिक उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और यहां तक कि जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
पुलिस की वर्दी पहने हुए एएसआई प्रमोद पवन ने अपने रिकॉर्ड किए गए संदेशों में आरोप लगाया है कि गोदान थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया, कांस्टेबल-ड्राइवर रूप नारायण यादव और थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया.
उत्पीड़न की वजह क्या है?
एएसआई प्रमोद पवन का दावा है कि उसका उत्पीड़न तब शुरू हुआ जब उन्होंने स्थानीय माफिया सदस्य बबलू यादव से जुड़े अवैध रूप से खनन की गई रेत ले जा रहे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका. मध्य प्रदेश के एक पुलिसकर्मी ने आत्महत्या कर ली और भयावह वीडियो में उत्पीड़न का आरोप लगाया.
बबलू यादव ने दी जान से मारने की धमकी
प्रमोद पवन ने एक वीडियो में आरोप लगाया, "ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने की घटना के बाद से मुझे लगातार परेशान किया जा रहा है. मुझे अपना आधार या अन्य जरूरी कार्ड बनवाने के लिए भी थाने से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. मुझे रोजाना जातिवादी गालियां दी जाती हैं. मैं ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहा हूं. बबलू यादव समेत इन लोगों ने मुझे पर ट्रैक्टर चढ़ाकर जान से मारने की धमकी दी है."
जुआ रैकेट का पर्दाफाश
कथित आत्महत्या से ठीक पहले रिकॉर्ड किए गए एक अन्य वीडियो में पवन अवैध जुआ अड्डों के संचालन का पर्दाफाश करता है, जिन्हें कथित तौर पर उन्हीं अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने रघु यादव, राम लखन यादव और रामराजा यादव को अवैध जुए के प्रमुख संचालक बताया है, जिन्हें कथित तौर पर भदौरिया और यादव का संरक्षण प्राप्त है.
उन्होंने आगे दावा किया कि 2024 में नरेंद्र यादव की हत्या सहित कई हत्याएं इन अड्डों से जुड़ी हैं और अगर कांस्टेबल रूप नारायण यादव के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जाए तो "हत्या के महत्वपूर्ण सबूत सामने आएंगे."
थाना प्रभारी लाइन हाजिर, जांच के आदेश
गोदान थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया को पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए डीएसपी (एजेके) के अधीन जांच के आदेश दिए गए हैं.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) उमेश गर्ग ने कहा, "हमें आज सुबह सूचना मिली कि कल रात उन्होंने आत्महत्या कर ली. सभी वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं. जांच चल रही है और उसके निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. हर वीडियो की निष्पक्ष जांच की जाएगी. उनके द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों की भी गहन जांच की जाएगी और एक निष्पक्ष और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी."





