पूर्व विधायक का खास है हाईवे पर सेक्स करने वाला धाकड़, महिला भी है गांव की बहु; जानें क्या बोले ग्रामीण
मध्यप्रदेश के मंदसौर के बनी गांव में भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ का हाईवे पर रिकॉर्ड अश्लील वीडियो वायरल होने से सामाजिक भूचाल आ गया है. महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सबने क्लिप देख ली है. तिरंगा यात्रा निकालने वाले नेता की दोहरी छवि उजागर हुई. गांव के लोग शर्म, गुस्से और बदनामी के बीच कानूनी तथा सामाजिक कार्रवाई मांगते हुए कठोर सजा सबके सामने ही चाहते हैं.

मध्यप्रदेश के मंदसौर स्थित बनी गांव में इन दिनों माहौल कुछ वैसा है, जैसे किसी आपदा ने दस्तक दी हो. एक भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ का हाईवे पर शूट हुआ अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद से गांव की फिजा बदल गई है. महिलाओं से लेकर बच्चों तक ने वीडियो देख लिया है. लोग एक-दूसरे से नजरें चुरा रहे हैं. बुजुर्ग कह रहे हैं कि "ऐसी हरकत तो सेक्स वर्कर भी नहीं करते." गांव की सामाजिक गरिमा को जैसे किसी ने ठेस पहुंचाई हो, और अब लोग सिर झुकाकर जीने को मजबूर हैं.
भोपाल से 343 किमी दूर इस गांव में जैसे सन्नाटा घुल गया हो. गांव के तिराहे, चाय की दुकानों, ज्वेलरी शॉप और पान की गुमटियों पर बस एक ही चर्चा "धाकड़ की करतूत". दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, गांव में 2800 वोटर हैं, माली और धाकड़ समाज की बहुलता है. हर कोई कह रहा है, "बच्चे-बच्चे को पता है क्या हुआ है." ऐसा नहीं कि लोग हैरान हैं, पर इस हद तक गिरे हुए बर्ताव की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.
एक दिन पहले निकाली थी तिरंगा यात्रा
जिस नेता को गांव का चेहरा माना जाता था, वही अब बदनामी की वजह बना है. बुजुर्ग बताते हैं कि वीडियो वायरल होने से एक दिन पहले ही धाकड़ ने गांव में तिरंगा यात्रा निकाली थी. सफेदपोश नेता की दोहरी जिंदगी से लोग आहत हैं. उसकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं, लेकिन गांव के बुजुर्गों का कहना है कि उसका राजनीतिक रसूख अब गांव के लिए कलंक बन चुका है.
बंद दरवाजे, गूंगी दीवारें और खाली जवाब
धाकड़ का आलीशान घर गांव के बस स्टैंड पर है, लेकिन दरवाजे बंद हैं और जवाब देने वाला कोई नहीं. गांव में केवल शर्म और गुस्से का माहौल है. वहीं हाईवे का वो स्पॉट, जहां यह वीडियो रिकॉर्ड हुआ था, अब गांववालों के लिए एक बदनामी का प्रतीक बन गया है. दिन में व्यस्त लेकिन रात में वीरान यह हाईवे अब एक सामाजिक अपराध की गवाह बन चुका है. मनोहरलाल धाकड़ की हरकत ने न सिर्फ उसकी राजनीतिक साख को गिराया है, बल्कि उसके गांव की सामूहिक अस्मिता को भी गहरी चोट दी.
बेटे की कुछ दिन पहले ही हुई थी शादी
धाकड़ परिवार की स्थिति अब दो पाटों के बीच अटकी है. एक तरफ सार्वजनिक शर्मिंदगी, दूसरी तरफ रिश्तों का मूक बोझ. बेटे की नई-नई शादी को बीस ही दिन हुए हैं और बहू को समझ नहीं आ रहा कि वह घर की चौखट के भीतर कैसे मुस्करा कर जी पाए. वीडियो इतना वायरल हुआ कि धाकड़ की पत्नी को इसकी सहेलियों ने ही दिखाया. वहीं, इस मामले के बाद धाकड़ को पूर्व विधायक यशपाल सिसोदिया का करीबी कहा जा रहा था, उन्होंने भी फौरन पल्ला झाड़ लिया.
समाज से अलग करने का चल रहा विचार
गांव के युवकों का मानना है कि जो शख्स खुद को मर्यादाओं का रक्षक बताता था, उसका असली चेहरा अब सबके सामने है. सोशल मीडिया ने पूरे गांव को गंदगी के दलदल में धकेल दिया है. लोग अब मांग कर रहे हैं कि इस नेता पर केवल सामाजिक नहीं, बल्कि कानूनी शिकंजा भी कसा जाए. धाकड़ समाज लोग कहते हैं कि समाज के भीतर ऐसी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. विचार किया जा रहा है कि धाकड़ को समाज से अलग कर दिया जाए. इसके साथ ही महिलाओं ने बताया कि सुनने में आया कि वो लड़की गांव की ही बहू है. उस औरत को शर्म नहीं आई.
पुराने पाप का भी चला पता
इस घटना ने धाकड़ के पुराने विवादों को भी उधेड़कर रख दिया है. गांव के बुजुर्ग पंडित ईश्वरलाल ने आरोप लगाया कि मनोहरलाल ने 11.5 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, जिसकी कीमत करीब 2 करोड़ है. कोर्ट से दो बार केस जीतने के बावजूद प्रशासनिक दबाव के कारण जमीन वापस नहीं मिल पाई. गांव के लोग अब कहने लगे हैं कि सत्ता और पैसे की ताकत ने उसे बेलगाम कर दिया है.