महंगा खाना-खिलौने और अच्छी शिक्षा का लालच देकर बच्चों का करवा रहे थे धर्मांतरण; ऐसे हुआ पर्दाफाश
इंदौर में कुछ महिलाएं मेडिकल टेस्ट कैंप लगाकर और बच्चों को महंगे गिफ्ट्स, अच्छी शिक्षा का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर चुकी थी. उनकी इस साजिश को फेल कर दिया गया. पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो इस तरह बस्तियों के बच्चों को अपना शिकार बनाती हैं और लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाती हैं.

मध्य प्रदेश के इंदौर में रविवार को पुलिस ने बच्चों का धर्मांतरण करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश है. पुलिस को जानकारी मिली कि ये गिरोह हिंदू बच्चों कि किडनैपिंग करता है, और उन्हें ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाता है. आरोप है कि पहले बच्चों को ये ग्रुप महंगे गिफ्ट, फ्री में इलाज और अच्छी शिक्षा का लालत देता है. जब इस जाल में बच्चे फंस जाते हैं, तो उनका किडनैप करने की कोशिश करते हैं.
बता दें कि इस तरह ये गिरोह हिंदू से बच्चे को ईसाई बनाने की कोशिश करने वाला था. लेकिन उनके इस प्लान पर रविवार को पानी फिर गया.इस गैंग में कुल 12 लोग काम करते हैं. जिसमें से पुलिस ने रविवार को 4 की गिरफ्तारी कर ली है. अब 8 लोगों की तलाशी की जा रही है.
मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाते थे
पुलिस ने रविवार को कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जो बस्तियों में रहने वाले बच्चों को मेडिकल टेस्ट के बहाने अपने पास बुलाती थीं. उन्हें बुलाकर पहले नाश्ता करवाया जाता, महंगे खिलौने दिए जाते, किताबे और पैसे दिए जाते. इस तरह ईसाई धर्म अपनाने का लालाच दिया करते थे. कुछ बच्चों ने पुलिस को इस गिरोह के बारे में जानकारी दी और इनके काम करने के बारे में बताया. बच्चों का कहना है कि भगवान राम, कृष्ण की पूजा बंद करने को कहा जाता था.
भगवान राम-कृष्ण की पूजा बंद कर दो
भगवान राम और भगवान कृष्ण की पूजा बंज करने के बाद उन बच्चों के हाथों में क्रूस के प्रतीक दिए गए. इसके साथ क्रिश्चिन देवता यीशु की पूजा करवाई जा रही थी. उनसे कहा जा रहा था कि आज से वह यीशू के पास जा रहे हैं, क्योंकी अब से वह यीशू के श्रद्धालु बन गए हैं. वहीं गिरफ्तार हुईं महिलाओं ने भी पुलिस पूछताछ में बताया कि इसी तरह कई कैंप लगाकर वह कई बच्चों का धर्म परिवर्तन करवा चुकी हैं.
ऐसे खुली गिरोह की पोल
आपको बता दें कि इस गिरोह की पोल उस समय खुली जब रविवार को सुबह संयोगितागंज थाना क्षेत्र के पास रहने वाले कुछ लोगों ने देखा कि एक जगह पर बड़ी संख्या में बच्चों को इकट्ठा किया जा रहा है. जिस जगह बच्चे थे वहां खाने-पीने का सामान, कोल्ड ड्रिंक्स रखी गईं. कुछ लोगों ने वहां मौजूद महिलाओं से सवाल किया तो उन्हें टालने के लिए उन्होंने कह दिया कि मेडिकल टेस्ट करवाया जा रहा है.
इसी दौरान बच्चों के रिश्तेदारों ने सारी पोल खोल दी. उन्होंने कहा कि बच्चों से ईसाई धर्म अपनाने का लालच दिया जा रहा है. वहीं इस पर हिंदू जागरण मंच के कुछ कार्यकर्ताओं ने संयोगितागंज पुलिस को खबर दी और चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं पुलिस अब जानकारी मामले की तलाशी में जुटी हुई है.