MP में 24 घंटों में तीन नाबालिग रेप पीड़ितों की मौत, किसी ने किया सुसाइड तो किसी की इलाज के दौरान गई जान
मध्य-प्रदेश में तीन नाबालिगों के साथ हुई रेप की वारदात सामने आई है. बताया गया कि तीनों ने ही इस घटना के बाद आत्महत्या का फैसला लिया. हालांकि समय रहते इलाज करवाया गया लेकिन इलाज के दौरान ही तीनों की मौत हो गई. मामला पुलिस तक पहुंंच चुका है. परिजनों के बयान दर्ज कर आगे की तलाशी की जा रही है.

मध्य प्रदेश में तीन नाबालिगों का रेप हुआ. जानकारी के अनुसार सभी नाबालिगों ने 24 घंटे में सुसाइड कर ली. वहीं एक पांच वर्षीय बच्ची एक किशोर द्वारा क्रूरता के बाद अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रही है. बताया गया कि जबलपुर में 14 वर्षीय नाबालिग ने उस समय जहर खाकर सुसाइड की जब उसके भाई ने उसके घर में आकर हंगामा किया और उसे फंसाने का आरोप लगाया था.
वहीं एसीपी सूर्यकांत शर्मा ने कहा कि 2 जनवरी को उसने आत्महत्या का प्रयास किया था. जिसके बाद इलाज के लिए उसे अस्पताल भर्ती कराया गया. वहीं शुक्रवार को ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हो चुकी है. जिसके बाद अधिकारियों ने पीड़िता के कथित भाई पर पोक्सो एक्ट और BNS की धारा के तहत बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए मामला दर्ज किया है. पीड़िता के परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी को टॉर्चर किया गया इसलिए उसने आत्महत्या की है. अधिकारियों ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
जहर खाकर दी जान
ऐसा ही एक मामला सीधी जिले के एक गांव से सामने आया है. बताया गया कि 16 वर्षीय नाबालिग ने 21 फरवरी को जहर खाया था. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया. लेकिन गुरुवार रात को रीवा में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस को परिजनों ने बेटी द्वारा लिखा सुसाइड नोट सौंपा है. इस नोट में आरोप लगाया गया कि गांव के ही एक लड़के ने पहले उसके साथ छेड़छाड़ की थी. इस छेड़छाड़ के बाद ही उसने आत्महत्या का फैसला लिया. अधिकारियों का कहना है कि सुसाइड की बात पहले नहीं मालूम थी. लेकिन उन्होंने परिजनों का बयान दर्ज कर लिया है. साथ ही सुसाइड नोट को भी जब्त कर लिया गया है. एक्सपर्ट्स से नोट की तलाशी की जा रही है.
गांव लौटी और आत्महत्या कर ली
वहीं शिवपुरी जिले में भी शुक्रवार को 17 वर्षीय नाबालिग छात्रा ने आत्महत्या कर ली. आरोप है कि दो लोग उसे काफी परेशान कर रहे थे. नाबालिग अपने छोटे भाई के साथ एक किराये के मकान में रहती थी. जानकारी के अनुसार कुछ ही दिन पहले दोनों अपने गांव लौटे लेकिन यहां गुरुवार को परिजनों ने उसे फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया. बताया गया कि जिस घर में किराये पर दोनों रह रहे थे. वहीं कुछ युवक नाबालिग को तंग कर रहे थे.
उसके चाचा का आरोप है कि नाबालिग की पीठ पर चोट के निशान थे. उनकी बेटी को इतना टॉर्चर किया गया कि उसने आत्महत्या का फैसला लिया है. परिजनों का कहना है कि 20 फरवरी को आत्महत्या की जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. वहां से ठीक होकर नाबालिग घर भी लौटी लेकिन 21 फरवरी को उसकी मौत हो गई.