Lubna Qureshi और धाकड़ का नहीं कोई पता, पर सोशल मीडिया पर जारी है हाईवे सेक्स कांड की 'मनोहर कहानियां'
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर मनोहर धाकड़ और लुबना कुरैशी का अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस और मीम्स की बाढ़ आ गई है. जहां वीडियो को लेकर लोग चटखारे ले रहे हैं, वहीं लुबना के नाम पर सांप्रदायिक रंग भी चढ़ता दिख रहा है. पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और महिला की तलाश जारी है.

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर लुबना कुरैशी और मनोहर लाल धाकड़ का खुलेआम सेक्स करने का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. वीडियो वायरल होने के बाद से दोनों को लेकर मीम्स और मजेदार टिप्पणियों की बाढ़ आ गई. जहां एक ओर यूजर्स इस मुद्दे को मनोरंजन का जरिया बना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लुबना के नाम को लेकर हिंदू-मुस्लिम बहस भी जोरों पर है.
कई लोग इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे सोशल मीडिया का माहौल और भी गरमा गया है. ऐसा लग रहा है जैसे यूजर्स को 'मनोरंजन और विवाद' का एक अनलिमिटेड पैकेज मिल गया हो. धाकड़-लुबना का यह चैप्टर अब किसी मनोहर कहानी से कम नहीं लग रहा.
पैसों के लिए वीडियो वायरल
मामले में ताजा अपडेट यह है कि एक और शख्स का नाम पैसों के लेन-देन को लेकर सामने आ रहा है. वहीं वीडियो वायरल करने को लेकर 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है और कहा जा रहा है कि महज 50000 रुपयों के लिए इन आरोपियों ने वीडियो वायरल कर दिया. बताया जा रहा है कि ये सभी टोल कंपनी के कर्मचारी हैं.
कहां है 'लुबना कुरैशी'?
मंदसौर में वायरल हुए वीडियो मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडियो में नजर आ रही महिला की पहचान सुनिश्चित करने के लिए कॉल डिटेल्स और अन्य तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया जा रहा है. जांच अधिकारी के अनुसार, महिला की लोकेशन ट्रेस करने की दिशा में अहम सुराग मिल चुके हैं और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा. इस पूरे मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 296, 285 और 3/5 के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने महिला को पकड़ने के लिए विशेष योजना बनाई है ताकि उसे जल्द कानून के दायरे में लाया जा सके.
13 मई की रात को हुआ था कांड
बात करते हैं उस रात की, यानी 13 मई की रात, जब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कुछ ऐसा हुआ जिसने न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया. सीसीटीवी का एक फुटेज सामने आया, जिसमें पूर्व बीजेपी नेता और महिला हाईवे पर गाड़ी रोककर खुलेआम सेक्स कर रहे थे. ये किसी को अंदाज़ा नहीं था कि ये महज़ दो लोगों की अश्लील हरकत नहीं बल्कि बल्कि राष्ट्रीय ट्रेंडिंग स्कैंडल बन जाएगा!
जब 18 मई को वायरल हुआ वीडियो...
18 मई की सुबह ये वीडियो जैसे ही व्हाट्सएप और ट्विटर पर आया, हर ग्रुप में एक ही नाम गूंजा, "धाकड़ साहब!" यूजर्स ने इस पर जमकर चटखारे तो लिए ही, साथ ही कई लोगों जमकर सुनाया, तो कुछ ने इसे "समाज का पतन" तक घोषित कर दिया. और फिर शुरू हुई मीम्स और रील्स की सुनामी, जिसमें पूरी धाकड़ कम्युनिटी बह गई.
ये भी पढ़ें :धाकड़ सेक्स कांड में असली मास्टरमाइंड कौन, कांग्रेस ने क्यों कहा सिसोदिया से जाकर पूछो?
भोपाल का धाकड़ ब्रिज वायरल...
और तो और, सोशल मीडिया पर जब भी कुछ नया बवाल वायरल होता है तो यूजर्स उसे इसी कांड से जोड़ रहे हैं. हाल में भोपाल के एक रेलवे ओवरब्रिज की फोटो वायरल हुई जो 90 डिग्री एंगल पर बनी थी. इसे लेकर जहां एक ओर खूब बवाल कटा तो वहीं दूसरी ओर कई यूजर्स ने इसका नाम ही धाकड़ ब्रिज रख दिया. जय हो सोशल मीडिया की.
महिला कौन? आज तक नहीं खुला सस्पेंस
वीडियो में दिख रही महिला की पहचान को लेकर इंटरनेट पर कई दावे हुए, लेकिन कोई भी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई. कुछ ने कहा वो शादीशुदा है, कुछ ने कहा दोस्त. इस नाम के चक्कर में लुबना कुरैशी और मयूरी मिश्रा जरूर मशहूर हो गई क्योंकि सोशल मीडिया पर लुबना और धाकड़ को लेकर तमाम रील्स और मीम्स वायल हो गए. साथ ही मयूरी मिश्रा का नाम आया तो लड़की को सफाई देनी पड़ी.
बीजेपी की ‘धुलाई’ के बाद पार्टी का यू-टर्न
वीडियो सामने आते ही धाकड़ के राजनीतिक करियर पर ब्रेक लग गया. बीजेपी ने उन्हें पार्टी से जोड़ने की किसी भी जिम्मेदारी से इनकार कर दिया. "हमारे प्राथमिक सदस्य नहीं हैं," कहकर पल्ला झाड़ लिया गया.
धाकड़ महासभा और समाज का गुस्सा
धाकड़ समाज ने मनोहर को उनके सामाजिक पद से हटा दिया और कहा कि ऐसे कृत्य से पूरे समाज की छवि धूमिल हुई है. सोशल मीडिया पर रील्स और मीम्स से नाराज़ होकर समाज के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भी हुए. नारे लगे, "हमारा समाज ट्रोल नहीं, संस्कार चाहता है!"
गिरफ्तारी और फिर रिहाई: लेकिन बयान ने सबको चौंकाया
21 मई को मनोहर लाल धाकड़ को गिरफ्तार किया गया, लेकिन 24 घंटे में ही रिहा कर दिया गया. बाहर आते ही उन्होंने दावा किया, "ये वीडियो AI से बनाया गया है. मुझे फंसाने की साजिश है. हम मानहानि का मुकदमा करेंगे." उनके वकील ने कहा कि वीडियो की जांच होनी चाहिए, Deepfake तकनीक का इस्तेमाल हुआ है.