रेलवे सुरक्षा बल की पहली महिला महानिदेशक बनीं IPS ऑफिसर सोनाली मिश्रा, जानें उनके बारे में
Who is Sonali Mishra: सोनाली मिश्रा, 1993 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं और मध्य प्रदेश कैडर से आती हैं. शनिवार को सरकार ने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की पहली महिला महानिदेशक नियुक्त किया है. सोनाली मिश्रा ने अपने सेवा के दौरान कई अहम जिम्मेदारी संभाली हैं.

Who is Sonali Mishra: सीनियर IPS ऑफिसर सोनाली मिश्रा को भारत सरकार ने रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की पहली महिला महानिदेशक नियुक्त किया है. आज हर तरह उनके नाम की चर्चा हो रही है और सभी बधाईयां दे रहें हैं. सोनाली 1993 बैच की मध्य प्रदेश कैडर की IPS अधिकारी हैं.
शनिवार (12 जुलाई) को कार्मिक मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया, जिसमें लिखा था कि नियुक्तियों पर कैबिनेट समिति ने सोनाली की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. वह 31 अक्तूबर 2026 को सेवानिवृत्ति तक इस पद पर रहेंगी. वर्तमान महानिदेशक DG मनोज यादव का कार्यकाल 31 जुलाई को समाप्त होगा. उसके बाद सोनाली इस जिम्मेदारी को संभालेंगी.
कौन हैं सोनाली मिश्रा?
सोनाली मिश्रा ने अपने सेवा के दौरान कई अहम जिम्मेदारी संभाली हैं. जुलाई 2021 में उन्हें भारत-पाकिस्तान सीमा पर पंजाब में BSF के गठन की पहली महिला कमांडर भी नियुक्ति किया था. उन्हें कश्मीर घाटी में बीएसएफ का नेतृत्व की जिम्मेदारी मिली, जहां सोनाली इंस्पेक्टर जनरल यानी आईजी के रूप में तैनात थीं.
उन्होंने खुफिया यूनिट का भी नेतृत्व किया है. साथ ही ADG का काम भी किया. वह अपने फैसले और निष्ठा से जिम्मेदारी निभाने के लिए जानी जाती हैं. वर्तमान में वह मध्य प्रदेश पुलिस में पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं.
कहां हुआ था जन्म?
सोनाली मिश्रा का जन्म भोपाल में हुआ था. एमपी में उनके कार्यकाल के दौरान वह जबलपुर में डीआइजी रहीं और पुलिस मुख्यालय में आइजी इंटेलीजेंस के पद पर भी काम किया. इसके बाद वह बीएसएफ मुख्यालय दिल्ली और कश्मीर घाटी में तैनात हुईं. बता दें कि सोनाली ने मई 2025 में भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महिला सशक्तिकरण राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली. इस कार्यक्रम में 50 % से अधिक महिला अधिकारियों के साथ सभी लॉजिस्टिक और सुरक्षा दायित्व उनके अधीन थे.
रेलवे सुरक्षा बल की स्थापना
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) एक केन्द्रशासित सशस्त्र पुलिस बल है, जिसे संसद ने Railway Protection Force Act, 1957 के तहत स्थापित किया गया था. इसके बाद 20 सितंबर 1985 को इसे संघ की सशस्त्र शक्ति का दर्जा भी प्रदान कर दिया गया. इसे रेलवे स्टेशनों और चल रही ट्रेनों में अपराध- जैसे चोरी, तोड़फोड़, अनाधिकृत प्रवेश और ट्रैफिक समस्या रोकने के लिए सक्षम किया गया है.