कौन है गैंग्स ऑफ वासेपुर का प्रिंस खान, जो दुबई से चला रहा लॉन्ड्री कारोबार? गैंग के तीन लोग हुए गिरफ्तार
गैंग्स ऑफ वासेपुर का कुख्यात अपराधी प्रिंस खान अब केवल अपराधी ही नहीं बल्कि दुबई से लॉन्ड्री कारोबार भी चला रहा है. प्रिंस खान धनबाद का रहने वाला है और पिछले ढाई वर्षों से दुबई में बैठकर अपने गिरोह का संचालन कर रहा है

झारखंड पुलिस के हाथों बड़ी सफलता लगी है, जहां उन्होंने धनबाद के कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान के साथ काम करने वाले अपराधियों को पकड़ा है. प्रिंस खान को गैंग्स ऑफ वासेपुर का नामी गिरोह चलाने वाला माना जाता है. अब दुबई से ही अपने कारोबार और अपराध नेटवर्क का ऑपरेट कर रहा है.
रंगदारी वसूलने के मामले में रांची पुलिस ने उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया, जिससे कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए. पकड़े गए अपराधियों ने पुलिस को बताया कि प्रिंस खान दुबई में है और वहीं से अपने अपराध और लॉन्ड्री का कारोबार कर रहा है.
कौन है प्रिंस खान?
प्रिंस खान सिर्फ लोकल अपराधी नहीं बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर एक्टिव गैंगस्टर बन चुका है. वह इंटरनेशनल कॉल्स और डिजिटल के जरिए से धनबाद और रांची के कारोबारियों को धमकाता रहता है. रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बावजूद प्रिंस इंटरपोल की पहुंच से भी दूर है. धनबाद का यह अपराधी अब दुबई से अपने पूरे गैंग का संचालन कर रहा है, रंगदारी, हवाला और लॉन्ड्री के माध्यम से अपने नेटवर्क को मजबूत बना रहा है. उसकी यह अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां यह साबित करती हैं कि अपराध का खेल अब सिर्फ देश तक सीमित नहीं रहा बल्कि विदेशों में भी फैल गया है.
रांची में रंगदारी का तांडव
हाल ही में रांची पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. ये लोग प्रिंस खान के कहने पर राजधानी के बड़े बिजनेसमैन कृष्ण गोपालका से 10 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने गए थे. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें एक महिला भी शामिल थी, जो प्रिंस खान की रिश्तेदार बताई जा रही है.
रोजी परवीन: दुबई की कनेक्टिंग लिंक
प्रिंस खान का नेटवर्क इतना जटिल है कि हर कदम पर लॉन्ड्री और हवाला जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है. रंगदारी से जुटाए गए पैसों को दुबई भेजने का काम प्रिंस खान की रिश्तेदार रोजी परवीन देखती थी. लालपुर पुलिस ने इस महिला को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि रोजी के पति मोहम्मद सोहराब भी दुबई में प्रिंस खान के साथ काम करते हैं और वही वहां लॉन्ड्री कारोबार की देखरेख करते हैं.
गिरफ्तार अपराधियों ने कबूल किया कि प्रिंस खान ने निर्देश दिए थे और उसी के आदेश पर 10 करोड़ की रंगदारी मांगी गई. रोजी ने हवाला के जरिए पैसा दुबई भेजा और वही पैसे अब प्रिंस खान के लॉन्ड्री कारोबार का मूल आधार बन चुके हैं.
हवाला, सोना और लॉन्ड्री: प्रिंस का अंतरराष्ट्रीय खेल
रांची पुलिस ने बताया कि रोजी परवीन के पति ने रंगदारी की रकम से सोना खरीदकर मुथूट फाइनेंस से 20 लाख रुपए का लोन लिया और हवाला के जरिए पैसा दुबई भेजा. वहीं, प्रिंस खान ने उसी राशि से दुबई में लॉन्ड्री कारोबार स्थापित किया, जो अब उसकी कमाई और नेटवर्क का स्थायी हिस्सा बन गया है.