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फ्लाइट से सिम लाना, फिर 2500 में बेचना, झारखंड की पुलिस ने साइबर ठगी गैंग को धर दबोचा

जामताड़ा में साइबर अपराध की दुनिया से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. साइबर पुलिस ने ऐसे गिरोह का पता लगाया है, जो असम से फ्लाइट के जरिए सिमकार्ड खरीदता और उन्हें झारखंड व बिहार के कई जिलों में बेचता था. इस गिरोह का सरगना अकबर अंसारी है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी से सैकड़ों लोगों को होने वाली करोड़ों रुपये की ठगी को रोका जा सका है.

फ्लाइट से सिम लाना, फिर 2500 में बेचना, झारखंड की पुलिस ने साइबर ठगी गैंग को धर दबोचा
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( Image Source:  Canva )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Published on: 18 Sept 2025 1:45 PM

झारखंड के जामताड़ा में साइबर अपराध की दुनिया से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक गिरोह असम से फ्लाइट के जरिए सिमकार्ड लाता और उन्हें झारखंड व बिहार के कई जिलों में केवल 2500 रुपये में बेचता था. इस गिरोह का मास्टरमाइंड अकबर अंसारी है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि अगर ये सिमकार्ड अपराधियों के हाथ लगते, तो देशभर में सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की साइबर ठगी हो सकती थी. अकबर अंसारी ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए और पुलिस को अन्य साइबर अपराधियों के नाम भी बताए, जिन्हें वह सिमकार्ड सप्लाई करता था. जामताड़ा साइबर पुलिस की सतर्कता और तेजी से कार्रवाई ने इस बड़े साइबर ठगी नेटवर्क को पहले ही धर दबोचा.

फ्लाइट से सिमकार्ड लाना

यह गिरोह असम से सिमकार्ड्स को फ्लाइट के जरिए लाता और फिर लोकल लेवल पर इन्हें बेचने का काम करता था. पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड अकबर अंसारी है, जो कर्माटांड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पुलिस ने उसे मुर्गाबनी गांव के तालाब के पास से गिरफ्तार किया.

इन जगहों पर होती है सिम सप्लाई

पूछताछ के दौरान अकबर ने कबूल किया कि वह जामताड़ा के अलावा गिरिडीह, देवघर, धनबाद और बिहार के कई अन्य जिलों में साइबर अपराधियों को सिमकार्ड की सप्लाई करता था. उसके मोबाइल में भी असम का सिम कार्ड इस्तेमाल हो रहा था, ताकि उसकी पहचान को छुपाया जा सके

सिम कार्ड के अलावा मिला ये सामान

गिरफ्तारी के दौरान अकबर अंसारी के कब्जे से अलग-अलग कंपनियों के कुल 377 सिमकार्ड मिले. इसके अलावा, इंडिगो एयरलाइन के टिकट, दो मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किए गए. एसपी मेहता ने इसे अब तक की सबसे बड़ी और नए तरह की साइबर अपराध पकड़ने वाली कार्रवाई करार दिया. उन्होंने बताया कि यदि ये सिमकार्ड अपराधियों के हाथ लग जाते, तो पूरे देश में सैकड़ों लोगों को निशाना बनाकर करोड़ों रुपये की ठगी की जा सकती थी.

गिरफ्तारी से साइबर ठगी पर लगाम

जामताड़ा साइबर थाना प्रभारी और उनकी टीम ने इस गिरोह के सरगना को पकड़कर साइबर ठगी पर बड़ी रोक लगाई है. पुलिस ने बताया कि अकबर अंसारी ने कई अन्य साइबर अपराधियों के नाम भी दिए हैं, जिन्हें वह सिमकार्ड सप्लाई करता था. अब पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है और पूरे गिरोह का भंडाफोड़ करने की कोशिश कर रही है.

साइबर अपराध का खतरा

साइबर अपराधियों के लिए सिमकार्ड का इस्तेमाल पहचान छुपाने और ऑनलाइन ठगी करने के लिए किया जाता है. ऐसे गिरोह असामान्य तरीके अपनाते हैं, जैसे अलग-अलग राज्यों से सिमकार्ड खरीदना और स्थानीय अपराधियों को सप्लाई करना, ताकि उनकी पकड़ मुश्किल हो. इस मामले में जामताड़ा साइबर पुलिस की सतर्कता ने कई लोगों को करोड़ों रुपये के नुकसान से बचाया.

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