6 नाबालिगों के लिए वरदान बना ऑपरेशन आहट, RPF और CIB यूनिट ने किया रेस्क्यू
Ranchi News: रेलवे सुरक्षा बल ने रविवार को मुरी रेलवे स्टेशन से दो मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. वो 6 नाबालिग बच्चियों को नौकरी दिलाने के लालच में आंध्र प्रदेश लेकर जा रहे थे. यह कार्रवाई रेलवे के ऑपरेशन आहट के तहत की गई है.

Ranchi News: झारखंड से मानव तस्करी का मामला सामने आया. रविवार (13 जुलाई) को मुरी रेलवे स्टेशन पर ऑपरेशन आहट के तहत रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और CIB यूनिट रांची दो मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. ये नौकरी के नाम पर लड़कियों को आंध्र प्रदेश ले जा रहे थे.
जानकारी के अनुसार, आरपीएफ ने प्लेटफॉर्म नंबर 1 से सूचना के जांच शुरू की और 6 नाबालिग बच्चियों का रेस्क्यू किया है. लड़कियों को ये तक नहीं पता था कि उन्हें कहां लेकर जा रहे हैं. उन्होंने दो युवकों वीरेंद्र बेड़ियां (24) और जितेंद्र बेड़ियां (26) के बारे में बताया. ये दोनों आरोपी ग्राम डिमरा थाना सिकदरी के रहने वाले थे.
लड़कियों की तस्करी
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में दोनों के कबूल किया कि वो सभी लड़कियों को आंध्र प्रदेश के बेजूपाडा ले जा रहे थे, जहां उन्हें 10 से 12 हजार रुपये मंथली सैलरी, खाना और घर देने का लालच दिया था. जब पुलिस ने सभी बच्चियों के आधार कार्ड चेक किए तो पता चला कि वो तो नाबालिग हैं.
जांच में बड़ा खुलासा
पुलिस की पूछताछ में निकला कि दोनों आरोपी संगीता कुमारी नाम की किसी महिला के लिए काम करते हैं. उनके पास से 7 आधार कार्ड, 4 रेलवे टिकट, 1 पैन कार्ड, 2 मोबाइल और 22 हजार 300 रुपये कैश मिले हैं.
क्या हैं रेलवे सुरक्षा बल का ऑपरेशन आहट?
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का ऑपरेशन आहट यानी Anti‑Human Trafficking अभियान, मानव तस्करी रोकने के उद्देश्य से स्थल-स्तर पर चलाया जाने वाला विशेष अभियान है. इसके तहत ट्रेन और स्टेशनों पर रैंक-विशेष बल तैनात कर, संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान व जांच की जाती है. रेलवे नेटवर्क पर गुप्त निगरानी रखकर ड्रग तस्करी और मानव तस्करी से जुड़े ट्रैवलिंग रूटों को ट्रैक किया जाता है.
अभियान के तहत अब तक 35 लड़कों व 27 लड़कियों को तस्करों से मुक्त कराया गया है. साथ ही 88 तस्करी मामलो में कार्रवाई कर 4.7 करोड़ रुपये मूल्य की जहरीली दवाएं जब्त की गईं एवं 83 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि यह अभियान पूर्व-गिरिमेंटल देशों जैसे- नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश से आए ट्रेनों और लंबी दूरी की सेवाओं पर केंद्रित होता है. RPF, स्थानीय पुलिस व अन्य अर्ध-सैन्य एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य करती है और जानकारी शेयर करती है, जिससे मानव तस्करी के जाल को राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी रूप से रोका जा सके.