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कौन हैं नरेश केजरीवाल? ED की बड़ी कार्रवाई से मचा हड़कंप, दुबई–USA कनेक्शन और विदेशी निवेश पर बढ़ी जांच

झारखंड के चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट नरेश केजरीवाल के दफ्तर पर ED की छापेमारी से हड़कंप मच गया है. ईडी इस बार नरेश केजरीवाल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग नहीं, बल्कि FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत कार्रवाई कर रही है जो झारखंड में अपनी तरह की पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.

कौन हैं नरेश केजरीवाल? ED की बड़ी कार्रवाई से मचा हड़कंप, दुबई–USA कनेक्शन और विदेशी निवेश पर बढ़ी जांच
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( Image Source:  X/@airnews_ranchi )
विशाल पुंडीर
Edited By: विशाल पुंडीर

Published on: 2 Dec 2025 5:39 PM

राजधानी रांची में मंगलवार सुबह अचानक हलचल बढ़ गई, जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) का दो गाड़ियों का काफिला चर्च कॉम्प्लेक्स पहुंचा और झारखंड के चर्चित चार्टर्ड अकाउंटेंट नरेश केजरीवाल के दफ्तर पर छापेमारी शुरू की. हालांकि कार्यालय बंद मिला, लेकिन टीम ने परिसर में मौजूद दस्तावेजों की शुरुआती जांच शुरू कर दी.

इस कार्रवाई ने कारोबारी जगत में हलचल तेज कर दी है, क्योंकि ईडी इस बार नरेश केजरीवाल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग नहीं, बल्कि FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत कार्रवाई कर रही है जो झारखंड में अपनी तरह की पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. सूत्रों की मानें तो यह रेड सिर्फ रांची तक सीमित नहीं थी, बल्कि मुंबई और सूरत में भी एक साथ 15 ठिकानों पर दबिश दी गई. टीम द्वारा दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड, मोबाइल डेटा और वित्तीय लेनदेन से जुड़े कागजात खंगाले जा रहे हैं.

रांची से मुंबई, सूरत तक ED की एक साथ बड़ी छापेमारी

जांच एजेंसियों के अनुसार, ईडी ने नरेश केजरीवाल के कई आवासों, रिश्तेदारों के पते, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और सहयोगियों के ठिकानों पर रेड की. कार्रवाई का फोकस विदेशी निवेश, संभावित हवाला लेन-देन, फॉरेन एक्सचेंज कानून उल्लंघन और डिजिटल और वित्तीय लेन-देन पर है. ED का शक है कि विदेशों खासकर दुबई और अमेरिका तक निवेश और संभावित विदेशी फंडिंग का नेटवर्क हो सकता है, जिसकी जांच जारी है.

कौन हैं नरेश केजरीवाल?

नरेश केजरीवाल पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और झारखंड के कई बड़े उद्योगपतियों व कारोबारी समूहों से उनका पेशेवर संबंध रहा है. उनका काम ऑडिट, वित्तीय सलाह, कंपनियों के लिए लेखा प्रबंधन इन क्षेत्रों में लंबे समय से चलता आया है. हालांकि, समय–समय पर वे वित्तीय आरोपों और हवाला लेन-देन से जुड़े मामलों के कारण जांच एजेंसियों की निगरानी में रहे हैं.

पहले भी उठ चुके हैं सवाल

पिछले सालों में नरेश केजरीवाल पर कुछ वित्तीय अनियमितताओं और हवाला से जुड़े आरोप लगाए गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि 2019 में लगभग 1.76 करोड़ रुपये के हवाला लेनदेन से जुड़े मामले में उनका नाम सामने आया था. इन आरोपों की जांच के दौरान उन्होंने ईडी के सामने पेश होकर सहयोग किया था. हालांकि, ध्यान रहे कि ये सभी आरोप जांच के दायरे में हैं और अभी कानूनी रूप से सिद्ध नहीं हुए हैं.

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