मां-बाप की डांट से बचने के लिए रच दी गैंग रेप की झूठी कहानी; पुलिस ने ऐसे खोले राज
झारखंड से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल दो नाबालिग युवतियों ने अपने परिजनों की डांट से बचने के लिए झूठी रेप क कहानी रच डाली. इस पर तलाशी भी चली और कार्रवाई भी हुई. लेकिन जब जांच पड़ताल हुई तो ये राज ज्यादा दिन तक नहीं छिप सका और युवतियों का सच सामने आ गया.

झारखंड की राजधानी रांची से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां दो नाबालिग लड़कियों ने उनका गैंगरेप हुआ ऐसी झूठी कहानी रचकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी. लेकिन जब जांच हुई तो पुलिस समेत नाबालिगों के परिजन भी दंग रह गए. दरअसल लड़कियों ने अपने पिरवारों की डांट से बचने के लिए उनसे झूठ बोला था.
बताया गया कि लड़कियों के साथ गैंग रेप हुआ. अब जब पुलिस ने इसकी जांच की दोनों से पूछता हुई तो मामला कुछ और ही निकला. जानकारी के अनुसार पुलिस ने दो युवकों को भी हिरासत में लिया था.
परिजनों की डांट से बचना चाहती थी
अधिकारियों का कहना है कि असल में लड़कियों का रेप नहीं हुआ है. अपने ब्वायफ्रेंड के साथ वह रात भर रुकी थीं. लेकिन जब अगले दिन घर पहुंची तो परिवार वालों के सवालों का डर था. इन सवालों से बचने के लिए दोनों ने ही परिवार को झूठी कहानी सुना दी और कहा कि उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है. परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस को करवाई जांच भी चली.
ऐसे खुले मामले में राज
वहीं जब पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जब जांच पड़ताल शुरू की तो मामले में नया ट्विस्ट आया. पुलिस ने आसपास में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया. इन्हीं फुटेज में दोनों लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड के साथ जाती हुईं दिखाई दी. क्योंकी फुटेज में युवक की पहचान भी कैद हुई तो पुलिस ने उनसे पूछताछ की जिसके बाद सच सामने आया. अधिकारियों का कहना है कि लड़कियों ने झूठी कंप्लेंट लिखवा दी. इसका असर कानून व्यवस्था पर तो हुआ ही लेकिन इससे रांचि पुलिस की छवि पर भी बुरा असर है. लड़कियों ने पुलिस को स्वीकार किया और कहा कि उनके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
पुलिस को लिखवा दी झूठी रिपोर्ट
दरअसल हाल ही में कुछ लड़कियों ने जगन्नाथपुर थाने में FIR दर्ज करवाई. दावा किया गया कि वह 30 जनवरी की रात को हवाई नगर में कैटरिंग का काम करके अपने घर की ओर लौट रही थी. इसी दौरान कुछ युवकों ने उन्हें उठाया और झाड़ियों में ले गए. वहां ले जाकर दुष्कर्म किया और जब लड़कियों ने इसका विरोध किया तो मारपीट भी की थी. उन्होंने कहा कि जब ये सब हो रहा था उन्हें होश नहीं थी. लेकिन जब होश आया तब तक देरी हो चुकी थी और आरोपी भाग चुके थे. पुलिस ने तत्काल मेडिकल जांच के लिए दोनों को सदर अस्पताल भेजा था.