SIR के लिए कोई BLO आए तो उसे बांध लो... स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने दिया विवादित बयान, Video Viral होने पर हंगामा
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी द्वारा बीएलओ को लेकर एक विवादित बयान दिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिससे सियासी तापमान भी बढ़ गया है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बीएलओ को घर में बांधकर रखने से भी पीछे न हटें.
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी द्वारा बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारियों) के खिलाफ दिया गया विवादित बयान राजनीतिक हलकों में तूफान खड़ा कर रहा है. अंसारी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान बीएलओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनसे जुड़े कामों को रोकने की मंशा भी जाहिर की. उनके बयान ने न केवल स्थानीय प्रशासन को सतर्क किया, बल्कि चुनाव आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है.
एक जनसभा में दिए गए उनके बयान का वीडियो वायरल होने के बाद सियासी तापमान बढ़ गया है. विपक्ष से लेकर कई सरकारी अधिकारी तक इस बयान को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए खतरा बताते हुए कड़ी आलोचना कर रहे हैं.
मंत्री का विवादित बयान वायरल
इरफान अंसारी ने सभा में आरोप लगाया कि बीएलओ मतदाता सूची से नाम कटवाने के प्रयास कर रहे हैं और प्रशासनिक कार्यों में बाधा डाल रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बीएलओ को घर में बांधकर रखने से भी पीछे न हटें. उन्होंने कहा कि "सभी को SIR के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए. अगर बीएलओ आपके घर आए, तो उसे अंदर बंद कर दो. बीएलओ नाम कटवाने आ रहा है. उसे घर के अंदर बंद कर दो और मेरे आने के बाद छोड़ दो." यह बयान सामने आते ही चुनाव आयोग हरकत में आ गया और झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जामताड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने पहले ही 15 दिसंबर तक बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करने की योजना बनाई थी. पार्टी का आरोप है कि एसआईआर प्रक्रिया का इस्तेमाल वोटों की चोरी करने के लिए किया जा सकता है. राज्य प्रभारी के राजू ने कहा था कि "झारखंड में आगामी एसआईआर प्रक्रिया बेहद अहम होने वाली है. बिहार में लगभग 56 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए. हम ऐसा यहां होने नहीं देंगे."
भाजपा का पलटवार
मंत्री अंसारी के बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सांसद निशिकांत दुबे ने इसे बेहद खतरनाक और गैरजिम्मेदाराना बताया. उन्होंने कहा कि "मंत्री डॉ. इरफान का एसआईआर संबंधी बयान न केवल गैर-ज़िम्मेदाराना है, बल्कि जनता को गुमराह करने का भी प्रयास है. बीएलओ को बांधने की बात करना प्रशासन और लोकतांत्रिक मर्यादा का अपमान है. कांग्रेस की यही राजनीति है और वे घुसपैठियों का समर्थन करते हैं."
चुनाव आयोग का कहना है कि SIR प्रक्रिया निष्पक्ष चुनावों की आधारशिला है. आयोग का तर्क है कि मतदाता सूची को नियमित रूप से अपडेट करना जरूरी है ताकि लोकतंत्र की जड़ें मजबूत रहें और केवल पात्र नागरिक ही मतदान कर सकें.





