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लड़ाई अपनों से हो तो क्या किया जाए, दुविधा में फंसी जगन्नाथपुर की नैया, 20 साल बाद फिर खेवनहार बनेंगी गीता?

जब शादी हुई तब मधु कोड़ा सीएम थे लेकिन गीता का सपना हमेशा अपने राज्य की महिलाओं और आदिवासी समाज को सशक्त बनाने का रहा था. गीता कोड़ा ने वर्ष 2019 में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ से बैचलर ऑफ सोशल वर्क और एमबीए किया है.

लड़ाई अपनों से हो तो क्या किया जाए, दुविधा में फंसी जगन्नाथपुर की नैया, 20 साल बाद फिर खेवनहार बनेंगी गीता?
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 7 Nov 2024 8:00 AM IST

झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाला है. बीजेपी के बाद इंडिया गठबंधन ने भी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस बार चुनाव बहुत ही दिलचस्प होने जा रहा है. जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को उम्मीदवार बनाया है. यहां पर इंडिया गठबंधन ने मधु कोड़ा के करीबी मित्र सोनाराम सिंकू को टिकट दिया है.

एक साधारण परिवार में 26 सितंबर 1983 को जन्मी गीता ने बचपन से ही ग्रामीण झारखंड की कठिनाइयों को करीब से देखा. शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने उनके दिल में बदलाव की आग जलाई. उनकी शादी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा से हुई.

जब शादी हुई तब मधु कोड़ा सीएम थे लेकिन गीता का सपना हमेशा अपने राज्य की महिलाओं और आदिवासी समाज को सशक्त बनाने का रहा था. गीता कोड़ा ने वर्ष 2019 में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ से बैचलर ऑफ सोशल वर्क और एमबीए किया है.

जब पति को जेल हुई तो उन्होंने राजनीति में कदम रखने का मन बनाया. इसके बाद गीता ने झारखंड के दूरदराज के इलाकों में जाकर लोगों की समस्याओं को सुना और उन्हें हल करने का प्रयास किया. वह 2009 में मधु कोड़ा की बनाई पार्टी जय भारत समानता पार्टी के टिकट पर पहली बार विधायक चुनी गईं. फिर वह 2014 के चुनाव में भी वह विधायक बनीं. झारखंड विधानसभा की विधायक बनने के बाद उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण और विकास के लिए कई पहल कीं.

कांग्रेस की एकमात्र सांसद ने दिया झटका

सिंहभूम संसदीय सीट से लोकसभा सांसद चुनी गईं गीता कोड़ा 2019 में झारखंड से जीत हासिल करने वाली कांग्रेस की एकमात्र नेता थीं. इसमें भी बीजेपी ने सेंध लगा दिया. कांग्रेस को उस वक़्त झटका लगा जब वो फरवरी में पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं. बीजेपी में एंट्री के हफ्ते भर बाद उनकी नई पार्टी ने सिंहभूम से अपना उम्मीदवार बना दिया. हालांकि यहां पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. यहां पर कोड़ा दंपति का लगभग 20 साल से कब्ज़ा रहा है. वहीं इनके खिलाफ इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सोनाराम सिंकू मैदान में हैं. कहा जाता है कि वह मधु कोड़ा के करीबियों में शामिल रहे हैं. मधु कोड़ा ने ही जगन्नाथपुर में सपोर्ट कर विधायक बनाया था.

कितनी संपत्ति की हैं मालकिन?

चुनावी हफनामे के अनुसार गीता कोड़ा के पास 48,000 रुपये कैश और उनके पति मधु कोड़ा के पास 44,000 रुपये कैश है. उनके बैंक खाते में 13 लाख और पति के खाते में 22 लाख रुपये है. गीता कोड़ा के पास 1 करोड़ 89 लाख की संपत्ति है और पति के पास 92 लाख की संपत्ति है.

कितने मतदाता हैं?

2019 के चुनावी आंकड़ों के अनुसार, जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 174,375 पात्र मतदाता हैं. इनमें से 87,418 पुरुष और 86,919 महिला मतदाता हैं.

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