शराब और जीएसटी घोटाले के दो आरोपियों का जेल से डांस वीडियो वायरल, रांची के दो अधिकारी हुए निलंबित
वीडियो में दिख रहे कैदियों की पहचान शराब घोटाले के आरोपी विधु गुप्ता और जीएसटी घोटाले के आरोपी विक्की भालोटिया के रूप में हुई है. दूसरे आरोपी विक्की भालोटिया जमशेदपुर के जुगसलाई इलाके के रहने वाले एक व्यवसायी हैं.
रांची के होटवार इलाके में स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में दो कैदी जेल के भीतर नाचते और मौज-मस्ती करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो सोशल मीडिया पर जैसे ही वायरल हुआ, पूरे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. वीडियो में दिख रहे दोनों कैदी अलग-अलग मामलों के आरोपी हैं – एक शराब घोटाले में और दूसरा करोड़ों रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़े में फंसा हुआ है.
इस घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की. महानिरीक्षक (कारागार) ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए. शुरुआती जांच में पाया गया कि यह घटना जेल परिसर के अंदर ही हुई थी और इसमें कुछ अधिकारियों की लापरवाही सामने आई. जांच रिपोर्ट मिलते ही सहायक जेल अधीक्षक (असिस्टेंट जेलर) देवनाथ राम और जमादार विनोद कुमार यादव को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया.
तीन चार महीने पुराना बताया वीडियो
जेल प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि यह वीडियो करीब तीन से चार महीने पुराना है. बताया जा रहा है कि इसे जेल के विशेष हॉल में रिकॉर्ड किया गया था. यह वही हॉल है जहां कुछ चुनिंदा कैदियों को टीवी, कूलर और अन्य सुविधाएं दी जाती हैं. इस हॉल में ही दोनों आरोपी कैदी मजे से नाचते और मस्ती करते नजर आए.
कौन हैं वीडियो में नजर आने वाले आरोपी
वीडियो में दिख रहे कैदियों की पहचान शराब घोटाले के आरोपी विधु गुप्ता और जीएसटी घोटाले के आरोपी विक्की भालोटिया के रूप में हुई है. विधु गुप्ता, प्रिज़्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उन्हें जुलाई 2025 में झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने गिरफ्तार किया था. उन पर झारखंड और छत्तीसगढ़ में शराब की बोतलों के लिए नकली होलोग्राम सप्लाई करने का गंभीर आरोप है. जांच में यह भी सामने आया कि उन्होंने कथित तौर पर सरकारी अधिकारियों को लगभग 90 करोड़ रुपये का कमीशन देने की बात स्वीकार की थी. एसीबी की दर्ज एफआईआर में यह भी बताया गया है कि आबकारी विभाग से जुड़े टेंडरों और ठेकों में उन्होंने बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां की.
जमशेदपुर के व्यवसायी भी जेल में
दूसरे आरोपी विक्की भालोटिया जमशेदपुर के जुगसलाई इलाके के रहने वाले एक व्यवसायी हैं. उन्हें मई 2025 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था. ईडी की जांच में सामने आया कि भालोटिया कई फर्जी कंपनियों को नियंत्रित करता था. इन कंपनियों के ज़रिए करोड़ों रुपये के फर्जी बिल बनाए गए. उन्होंने जीएसटी में ऐसे इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया जो वास्तव में अस्तित्व में ही नहीं थे. जांच एजेंसी के मुताबिक, उनके नेटवर्क से 14,000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी लेनदेन का मामला सामने आया है.
ठोस कदम उठाए जाएंगे
इस पूरे मामले पर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक सुदर्शन मुर्मू ने बयान जारी किया. उन्होंने कहा, 'हाँ, यह वीडियो पुराना है, लगभग तीन-चार महीने पहले का. जांच के बाद जिन अधिकारियों की गलती पाई गई है, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जा चुकी है.' उन्होंने यह भी जोड़ा कि जेल में इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. जो भी अपने कर्तव्य में लापरवाही करेगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.'





