दिल्ली से सटे गांव में तीन महीने से है जलभराव, मकान छोड़कर भाग रहे लोग; टूटा संपर्क
हरियाणा के नूंह में एक गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल मानसून के समय में यहां बारीश हुई, और बारीश में खूब पानी गांव में जमा हो गया. जानकारी के अनुसार तीन महीनों से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हरियाणा के नूंह के एक गांव में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. दरअसल मानसून के समय में यहां बारीश हुई. इस दौरान वहां पानी इकट्ठा हुआ. हालांकि मानसून के सीजन को खत्म हुए अब काफी समय भी हो चुका है. लेकिन लोगों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्थिति इतनी खराब है कि आपकी नजर जिस ओर जाएगी उस ओर तक केवल पानी ही पानी भरा हुआ है.
पानी भरने की समस्या ने लोगों को खूब परेशान कर रखा है. यहां तक आवाजाही भी बाधित है. लोगों को एक ओर से दूसरी ओर जाने के लिए भी सहारे की जरूरत पड़ रही है.
गांव अब गांव जैसा नहीं लगता
इस खराब स्थिति को लेकर कई लोगों के रिएक्शन सामने आए हैं. लोगों का कहना है कि उन्हें अब अपना गांव- गांव जैसा नहीं लग रहा है और टापू दिखाई पड़ता है. जानकारी के अनुसार लोगों को कहीं भी आने जाने के लिए ट्यूब का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. फिर वो स्कूल जाता बच्चा हो या घर से अपने-अपने कामकाज पर निकलने वाले माता-पिता. हर कोई ट्यूब में पहले हवा भरता है फिर एक जगह से दूसरी जगह का सफर तय कर रहा है.
जलमग्न हुआ गांव और सड़कें
वहीं इस पानी भरे रहने के कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि अपने पड़ोसी गांव के पास रहने वालों से तक का उनका संपर्क टूट गया है. रबी की फसलों की बुआई नहीं हो पा रही है. हालांकि ग्रामीणों का ये हाल नया नहीं है.इस बात को भी तीन महीने हो चुके हैं. लेकिन इस पर अब तक कोई रिएक्शन नहीं लिया गया है. बता दें कि पानी निकालने के कई प्रयास किए गए. लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं मिल पाया. इस संबंध में उपमंडल अधिकारी ने बयान दिया और कहा कि गांव में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पानी निकालने के लिए कई पंप भेजे जा रहे हैं. जिसके कारण जल्द ही ग्रामीणों को राहत मिलेगी.