रोहित धनखड़ हत्याकांड: बेंगलुरु से धर दबोचे 3 हत्यारे, बॉडीबिल्डर की पीट-पीटकर की थी हत्या; डीजीपी बोले 'जेल में सड़ेंगे'
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह के सख्त निर्देशों पर यह अभियान चलाया गया. गिरफ्तारी की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए डीजीपी सिंह ने कहा कि आरोपी 'सालों तक जेल की सलाखों के पीछे सड़ेंगे.'
हरियाणा पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है. भिवानी जिले में पिछले महीने एक पेशेवर बॉडीबिल्डर की बेरहमी से की गई हत्या के मामले में पुलिस ने बेंगलुरु से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया. यह घटना 27 नवंबर को भिवानी में एक विवाह समारोह के दौरान हुई थी, जहां एक छोटी सी कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया और 26 वर्षीय रोहित धनखड़ की जान ले ली. पुलिस के अनुसार, विवाह स्थल पर कुछ लोगों ने महिलाओं के साथ बदतमीजी की, जिसका रोहित ने पुरजोर विरोध किया.
इसके बाद आरोपी समूह ने उसे रेवाड़ी खेड़ा बामला रोड पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग के पास घेर लिया और लोहे की रॉड व अन्य हथियारों से उस पर निर्मम हमला बोला। गंभीर रूप से घायल रोहित को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चोटों की गंभीरता के कारण उसकी मौत हो गई. भिवानी पुलिस की एक विशेष टीम ने आरोपी वरुण, उसके भाई तरुण और उनके साथी दीपक को बेंगलुरु में छिपे हुए ढूंढ निकाला और उन्हें सफलतापूर्वक गिरफ्तार किया. ये तीनों आरोपी भिवानी जिले के तिगाडाना गांव के निवासी हैं.
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डीजीपी के निर्देश पर तेज कार्रवाई, अब रिमांड पर सख्त पूछताछ
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह के सख्त निर्देशों पर यह अभियान चलाया गया. गिरफ्तारी की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए डीजीपी सिंह ने कहा कि आरोपी 'सालों तक जेल की सलाखों के पीछे सड़ेंगे.' फिलहाल, तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पुलिस उनसे गहन पूछताछ कर रही है. इसका मकसद हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों और अन्य महत्वपूर्ण सबूतों को बरामद करना है, ताकि पूरा मामला मजबूत साक्ष्यों के साथ कोर्ट में पेश किया जा सके.
रोहतक में सर्वखाप महापंचायत: न्याय, नौकरी और मुआवजे की जोरदार मांग
इधर, रोहित धनखड़ के परिवार को न्याय दिलाने के लिए हरियाणा के रोहतक में एक बड़ी सर्वखाप महापंचायत का आयोजन किया गया. इस महापंचायत में सैकड़ों लोग जुटे और मामले की गहन चर्चा हुई. न्याय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक 11 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. यह समिति हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर सरकार से पूरा सहयोग मांगेगी. महापंचायत ने रोहित के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और परिवार को एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग भी उठाई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी सजा जरूरी है, ताकि समाज में कानून का राज कायम रहे.





