2025 में हरियाणा में निकाय चुनाव, क्या कहती हैं राजनीतिक दलों की रणनीतियां?
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को आए हुए दो महीने से अधिक हो चुका है. भाजपा ने सरकार का गठन कर लिया है और अब वह प्रदेश संगठन में तेजी से बदलाव करने में जुट गई है. स्थानीय निकाय चुनाव से पहले भाजपा ने सभी जिलों में नया संगठन तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

हरियाणा की राजनीति में हमेशा की तरह आने वाला साल भी काफी दिलचस्प होने वाला है. साल 2024 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव हुए और सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही. अच्छी बात यह है कि राज्य में 2025 की शुरूआत चुनाव से होने जा रही है. नए साल के शुरू में ही निकाय चुनाव की जंग होगी. इसके लिए जहां राज्य चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम जारी रखा है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को आए हुए दो महीने से अधिक हो चुका है. भाजपा ने सरकार का गठन कर लिया है और अब वह प्रदेश संगठन में तेजी से बदलाव करने में जुट गई है. स्थानीय निकाय चुनाव से पहले भाजपा ने सभी जिलों में नया संगठन तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
हरियाणा में कब निकाय चुनाव?
वहीं, कांग्रेस अब तक नेता विपक्ष का चुनाव नहीं कर सकी है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक प्रतिशत से भी कम वोट शेयर से हार गई थी और अब पार्टी में हार की समीक्षा के नाम पर गुटबाजी तेज हो गई है. प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को हटाकर किसी नए नेता को कमान सौंपने की चर्चाएं जोरों पर हैं, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
नेता विपक्ष के चयन को लेकर भी कांग्रेस में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. पार्टी के भीतर हार के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, लेकिन संगठन को मजबूत करने और नेतृत्व तय करने के लिए अभी तक किसी ठोस रणनीति पर काम नहीं किया गया है.
राजनीतिक दल भी तैयारियों में जुटे
इन सबके बीच, राजनीतिक दलों ने निकाय चुनावों की तैयारियों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इनमें बीजेपी सबसे अधिक सक्रिय नजर आ रही है. निकाय चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने संगठनात्मक नियुक्तियों की प्रक्रिया को तेज कर दिया है. बीजेपी का प्रयास है कि वह निकाय चुनावों में विधानसभा चुनाव की जीत के मोमेंटम को बनाए रखे.
पार्टी की रणनीति नगर निगम चुनावों में हर हाल में सफलता हासिल करने की है. बीजेपी नगर निगम चुनाव सिंबल पर लड़ती है, जिससे पार्टी का लक्ष्य सभी चुनाव वाले निगमों में अपना मेयर बनाने का है. इसके लिए एक मजबूत रणनीति तैयार की जा रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि बीजेपी निकाय चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है. हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि निकाय चुनावों में कौन सी पार्टी बाजी मारती है और स्थानीय स्तर पर जनता का विश्वास किसे मिलता है.