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फरीदाबाद में 'दृश्यम' कांड! बहू की हत्या के बाद गली में खोदी कब्र, 2 महीने तक दबा रहा राज

एक चौंकाने वाली घटना में, एक महिला का शव उसके घर के सामने दफन पाया गया, कथित तौर पर उसके ससुराल वालों ने उसकी हत्या कर दी, जिन्होंने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराकर लगभग दो महीने तक अपराध को छुपाया.

फरीदाबाद में दृश्यम कांड! बहू की हत्या के बाद गली में खोदी कब्र, 2 महीने तक दबा रहा राज
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 21 Jun 2025 9:22 AM IST

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. शिकोहाबाद क्षेत्र की रहने वाली एक महिला का शव उसी के ससुराल के घर के सामने जमीन में दफन पाया गया है. यह मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िता के पिता ने लगातार दो महीने तक प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई, और अंततः उनके संदेह की पुष्टि हो गई. मृतका की पहचान 24 साल की तन्नू कुमार के रूप में हुई है, जिसकी शादी लगभग दो साल पहले फरीदाबाद के रोशन नगर निवासी अरुण सिंह से हुई थी.

शादी के कुछ ही समय बाद से तन्नू को दहेज की मांग को लेकर ससुराल वालों द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. हालात इतने बिगड़ गए थे कि शादी के एक साल बाद ही तन्नू को अपने मायके लौटना पड़ा था. तन्नू के पिता हाकिम का कहना है कि उनकी बेटी को उसकी ससुराल वालों ने बार-बार प्रताड़ित किया, और पंचायतों के हस्तक्षेप के बाद भी सुलह की कोई स्थायी स्थिति नहीं बन पाई. परिवार ने पंचायत के ज़रिए तन्नू को एक बार फिर ससुराल भेजा, लेकिन वहां की स्थितियां जस की तस बनी रही.

लापरवाही करती रही पुलिस

23 अप्रैल को अचानक तन्नू के लापता होने की सूचना मिली. परेशान पिता हाकिम ने तुरंत अपनी छोटी बेटी प्रीति के साथ अपनी बेटी के ससुराल, मैनपुरी के भूप सिंह के घर का रुख किया. वहां पहुंचने पर उन्होंने घर के सामने एक ताज़ा ढका हुआ गड्ढा देखा, जो उन्हें बेहद संदिग्ध लगा. उन्होंने इस संदिग्ध गड्ढे के बारे में स्थानीय पल्ला थाने की पुलिस को बार-बार बताया, लेकिन पुलिस ने उनकी बातों को हल्के में लेते हुए कोई कार्रवाई नहीं की.

गड्ढे की करवाई खुदाई

करीब दो महीने तक परिवार की गुहार को नजरअंदाज किए जाने के बाद, आखिरकार शुक्रवार को पुलिस ने नायब तहसीलदार जसवंत सिंह की निगरानी में उस गड्ढे की खुदाई करवाई. खुदाई के दौरान जब मिट्टी हटाई गई तो वहां से एक कंकालनुमा शव निकला, जिसकी पहचान तन्नू के रूप में की गई. शव की हालत से स्पष्ट था कि उसे काफी समय पहले मारा गया था और साक्ष्य छुपाने के लिए उसी जगह दफन कर दिया गया था.

फरार है ये आरोपी

फरीदाबाद पुलिस ने हत्या के मामले में चार लोगों को नामजद किया है- भूप सिंह (जो मैनपुरी का निवासी है), उसकी पत्नी सोनिया, बेटा अरुण सिंह (जो मृतका का पति है) और बेटी काजल. अब तक की जांच में सामने आया है कि भूप सिंह और अरुण सिंह पुलिस की गिरफ्त में हैं और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है, जबकि सोनिया और काजल फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.

परिवार को सौपा गया शव

पोस्टमार्टम के लिए शव को बादशाह खान सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां से औपचारिक प्रक्रिया के बाद तन्नू का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया. यह मामला उत्तर प्रदेश में दहेज प्रथा और महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामलों की एक और क्रूर बानगी बनकर सामने आया है. जिस तरह से पुलिस ने प्रारंभिक जांच में लापरवाही बरती, उस पर भी अब सवाल उठने लगे हैं. पीड़ित परिवार का कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया होता, तो शायद वे अपनी बेटी को बचा सकते थे.

हरियाणा न्‍यूज
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