दिल्ली में यूपी और बिहार के वोटर्स कैसे पलट सकते हैं बाजी, क्या कहता है आंकड़ा?
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में आप और बीजेपी की नजर भी तबके वोटर्स पर है. ऐसे में दोनों ही पार्टियां यूपी और बिहार के वोटर्स पर नजर बनाए हुए है. दिल्ली के कई विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां यूपी और बिहार के वोटर्स सत्ता के रास्ते को तय करने में सीधे तौर पर मदद करते हैं.

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर अब पार्टियों की नजर हर तबके के वोटर्स को अपने पाले में करने की है. बीजेपी ने आप पर यूपी और बिहार के लोगों को फेक वोटर्स बताने का आरोप लगाया है. इससे पहले दिन में अरविंद केजरीवाल ने BJP पर बिहार और उत्तर प्रदेश से लोगों को लाकर उनके निर्वाचन क्षेत्र के वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करने का आरोप लगाया था.
जाट वोटर्स पर बीजेपी और आप की लड़ाई के बीच यूपी और बिहार के वोटर्स को लेकर लड़ाई शुरू हो गई. ये सब यूं ही नहीं शुरू हुआ, मोटे तौर पर 70 में से 20-22 सीटें ऐसी हैं, जहां यूपी और बिहार के वोटर निर्णायक संख्या में हैं. पिछले 10 साल में यूपी और बिहार के लोगों की राजनीतिक ताकत बढ़ी है और राजनीति में उनकी संख्या भी बढ़ी है. लगभग 40 लाख वोटर्स पूर्वांचल के है जो दिल्ली की कई विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की जीत हार का फैसला करते हैं.
किन सीटों पर है यूपी और बिहार को वोटर्स का दबदबा?
दिल्ली की लगभग 32 ऐसी विधानसभा सीट है, जिनपर यूपी और बिहार के वोटर्स सरकार बनाने में प्रत्यक्ष तौर पर भूमिका निभाते हैं. दिल्ली की बदरपुर, लक्ष्मी नगर, राजेन्द्र नगर, देवली, पालम, करावल नगर, मॉडल टाउन, बुराड़ी पटपड़गंज, उत्तम नगर, द्वारका, विकासपुरी क्षेत्र के लगभग 50% वोटर्स ऐसे हैं, जो यूपी, बिहार, झारखंड से हैं. इस दिल्ली में 25 फीसदी से अधिक वोटर्स ऐसे हैं, जो यूपी और बिहार से ताल्लुक रखते हैं.
दिल्ली की राजनीति में भी है दबदबा
दिल्ली के बुराड़ी सीट से विधायक संजीव झा, शालीमार बाग की विधायक वंदना कुमारी, मालवीय नगर के विधायक सोमनाथ भारती, किराड़ी से विधायक ऋतुराज गोविंद, नकपुरी से विधायक राजेश ऋषि और संगम विहार से विधायक दिनेश मोहनिया आप के कुल 7 विधायक ऐसे हैं, जो बिहार से है. इसके अलावा लक्ष्मी नगर से BJP विधायक अभय वर्मा भी बिहार के दरभंगा के रहने वाले हैं.
BJP ने लगाए आप पर 'पूर्वांचलियों' का अपमान का आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने अरविंद केजरीवाल पर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का जिक्र करते हुए 'पूर्वांचलियों' का अपमान करने का आरोप लगाया. मनोज तिवारी ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल और 'आप' का यूपी, बिहार, झारखंड के लोगों का अपमान करने का इतिहास रहा है. अरविंद केजरीवाल यूपी, बिहार, झारखंड के लोगों को फर्जी कहने की हिम्मत कैसे की? उनके वादे फर्जी हैं. पूर्वांचल के लोग 5 फरवरी को बदला लेंगे.' पूर्वांचली पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग हैं जो दशकों से दिल्ली में बसे हैं और चुनाव पर गहरा प्रभाव डालते हैं.