DUSU Election Result 2025: दिल्ली यूनिवर्सिटी में लहराया भगवा, ABVP ने तीन पदों पर किया कब्जा; Aryan Mann बने अध्यक्ष
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव (DUSU Election 2025) में ABVP ने बड़ी जीत दर्ज की है. आरएसएस समर्थित छात्र संगठन ABVP ने चार में से तीन पदों पर कब्जा जमाया, जबकि NSUI केवल उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल कर पाई. अध्यक्ष पद पर ABVP के आर्यन मान ने NSUI की जोस्लिन नंदिता चौधरी को भारी अंतर से हराया. वहीं सचिव पद पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा विजयी रहीं. उपाध्यक्ष पद पर NSUI के राहुल झांसला ने जीत दर्ज की. इस जीत के साथ ABVP ने NSUI से अध्यक्ष पद छीन लिया, जिसे पिछले साल NSUI ने जीता था.

DUSU Election Result 2025: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2025 (DUSU Election 2025) के नतीजे आ गए हैं. आरएसएस समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बड़ा प्रदर्शन करते हुए चार में से तीन पदों पर जीत दर्ज की और NSUI से अध्यक्ष पद छीन लिया. ABVP के उम्मीदवार आर्यन मान ने अध्यक्ष पद पर बाजी मारी और कांग्रेस समर्थित NSUI की उम्मीदवार जोस्लिन नंदिता चौधरी को बड़े अंतर से हराया. वहीं, उपाध्यक्ष पद पर NSUI के राहुल झांसला ने जीत दर्ज कर पार्टी का सम्मान बचाया.
DUSU Election 2025 के नतीजे इस तरह रहे:
- अध्यक्ष: आर्यन मान (ABVP) – 28,841 वोट, जीते
- उपाध्यक्ष: राहुल झांसला (NSUI) – 29,339 वोट, जीते
- महासचिव: कुणाल चौधरी (ABVP) – 23,779 वोट, जीते
- संयुक्त सचिव: दीपिका झा (ABVP) – 21,825 वोट, जीती
हारने वाले प्रमुख उम्मीदवार:
- जोस्लिन नंदिता चौधरी (NSUI, अध्यक्ष पद) – 12,645 वोट
- गोविंद तंवर (ABVP, उपाध्यक्ष पद) – 20,547 वोट
- कबीर गिर्सा (NSUI, सचिव पद) – 16,117 वोट
- लवकुश बादाना (NSUI, संयुक्त सचिव पद) – 17,380 वोट
मुख्य उम्मीदवार और उनके मुद्दे
- आर्यन मान (ABVP, बहादुरगढ़, हरियाणा): मेट्रो पास में छूट, कैंपस में मुफ्त वाई-फाई, दिव्यांग छात्रों के लिए बेहतर सुविधाएं और खेलों का उन्नयन.
- जोस्लिन नंदिता चौधरी (NSUI, बौद्ध अध्ययन की छात्रा): हॉस्टल की कमी, महिला सुरक्षा और मासिक धर्म अवकाश की मांग.
- अंजली (SFI-AISA, इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज): जेंडर सेंसिटाइजेशन, फीस वृद्धि का विरोध और शिकायत निवारण तंत्र की बहाली। (सभी पदों पर पिछड़ गईं).
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- 2024 के चुनाव में NSUI ने सात साल का सूखा खत्म कर अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद जीते थे, जबकि ABVP के पास उपाध्यक्ष और सचिव पद रहे.
- पिछले दस वर्षों में ABVP ने छह बार अध्यक्ष पद जीता है, जबकि NSUI को केवल दो बार सफलता मिली.
क्यों अहम है DUSU चुनाव?
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ की स्थापना 1949 में हुई थी और 1954 से चुनाव होते आए हैं. यह चुनाव देश की राजनीति का आईना माने जाते हैं, क्योंकि कई बड़े नेता जैसे अरुण जेटली, अजय माकन, अल्का लांबा और दिल्ली BJP की नेता रेखा गुप्ता यहीं से राजनीति में आए. इस बार के नतीजों ने साफ कर दिया कि DU कैंपस में ABVP का दबदबा बरकरार है, जबकि NSUI ने उपाध्यक्ष पद पर जीत दर्ज कर अपनी मौजूदगी साबित की.