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तिहाड़ जेल में कैसे रहते हैं कैदी? पुरुष कैदियों के बीच अकेली फीमेल इंटर्न ने शेयर किया एक्सपीरियंस

आम लोगों के लिए जेल में रहना किसी बुरे सपने जैसा हो सकता है. हाल ही में साइकॉली की इंटर्न ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में अपना 2 हफ्तों का एक्सपीरियंस बताया. साथ ही, वह पूरे मेल ब्लॉक में अकेली लड़की थी.

तिहाड़ जेल में कैसे रहते हैं कैदी? पुरुष कैदियों के बीच अकेली फीमेल इंटर्न ने शेयर किया एक्सपीरियंस
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( Image Source:  linkedin -Diya Kahali )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 22 April 2025 4:38 PM IST

सोचिए क्या हो अगर आपको अपने काम के चलते कुछ दिन जेल में रहना पड़े? शायद आपके दिमाग में कभी ये ख्याल भी न आए. लेकिन गाजियाबाद की एक साइकोलॉजी इंटर्न दीया कहाली ने लिंक्डइन पर अपना एक अलग एक्सपीरियंस शेयर किया, जहां उन्होंने बताया कि उन्होंने दिल्ली के तिहाड़ जेल में दो हफ्तों तक इंटर्नशिप की.

इस दौरान वे पुरुष कैदियों वाली यूनिट में थी, जहां वह अकेली फीमेल ट्रेनी थी. उनका यहां 2 हफ्तों का एक्सपीरियंस काफी इंटेस था. साथ ही, पुरुषों वाली जेल में एक फीमेल इंटर्न के तौर पर जिंदगी के अलग-अलग पहुलओं को सामने लाई.

रोजाना करने होते थे ये काम

दीया ने बताया कि वह रोजाना कैदियों से बात करती थी. उनकी साइकोलॉजिकल रिपोर्ट बनाती थी. साथ ही उन्हें डॉक्टर्स द्वारा की जाने वाली कड़ी पूछताछ का सामना भी करना पड़ता था. यह उस समय कभी हाइपर विजिबल तो दूसरी गायब होने जैसा था.

कभी भी पड़ सकती है गार्ड की जरूरत

जेल परिसर में कदम रखते ही दिव्या को एहसास हुआ कि यहां कोई स्ट्रक्चर मैनुअल नहीं होता है. यानी हर चीज सेट नहीं मिलेगी. यहां आपको गाइडेंस के लिए पूछना होगा. यह न सोचें कि कोई खुद से आकर आपको कुछ बताएगा. हर कदम को जांचना पड़ता है और जरूरत पड़ने पर गार्ड से मदद लेने में कभी संकोच नहीं करना होना चाहिए.

हिंदी बोलना है जरूरी

साथ ही, दीया ने बताया कि जेल में हिंदी बोलना बहुत जरूरी है. कैदियों से बात करते हुए काल्पनिक बातें असरदार होती है. इतना ही नहीं, उदाहरण देकर बात करने से भी फायदा होगा. इसके आगे उन्होंने बताया कि वह जानती थी कि जेल में हर कैदी बात करने के लिए तैयार नहीं होता है. कुछ शांत रहते हैं. वहीं, दूसरों का बर्ताव संदिग्ध होता है. ऐसे में आपको भी शांति से काम लेना होता है. आत्मविश्वास जरूरी है. साथ ही, हमेशा सतर्क रहे.

यूजर्स के कमेंट्स

दीया की इस पोस्ट पर कई कमेंट्स आए. जहां एक यूजर ने कहा ' मेल ब्लॉक में एक फीमेल होने का स्ट्रग्ल वह समझ सकती है.' वहीं, दूसरे लिखा 'चूंकि मैंने तिहाड़ में इंटर्नशिप की है. इसलि मैं इस बारे में जानती हूं.'


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