क्या महिला वोटर बनेंगी दिल्ली में किंगमेकर, AAP और कांग्रेस की योजनाओं का कैसे जवाब देगी बीजेपी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव का एलान अभी भले ही न हुआ हो, लेकिन राजनीतिक दलों ने चुनावी एलान का सिलसिला शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में AAP के बाद अब कांग्रेस ने बड़ा एलान किया है. कांग्रेस का कहना है कि वह अगर दिल्ली की सत्ता में आती है तो महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये दिए जाएंगे. इससे पहले, AAP ने महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा किया था. अब देखना होगा कि बीजेपी महिलाओं के लिए क्या एलान करती है...

Women Voters in Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है. उससे पहले, राजनीतिक पार्टियां लोगों से तमाम वादे कर रही हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस ने 6 जनवरी को प्यारी दीदी योजना का एलान किया. इस योजना के तहत दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने पर हर महिला के खाते में 2500 रुपये आएंगे. कांग्रेस ने कर्नाटक का हवाला दिया, जहां गृहलक्ष्मी योजना के तहत 1 करोड़ 22 लाख महिलाओं को 2000 रुपये हर महीने देती है. राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लाम्बा ने कहा कि दिल्ली की जनता के पैसों से शीशमहल बनाने वाले केजरीवाल जी ने पिछले 10 सालों में दिल्ली की महिलाओं को एक रुपये भी नहीं दिये. इन्होंने भगत सिंह जी की झूठी कसम खाकर पंजाब की महिलाओं से भी 1 हजार रुपये देने का झूठा वादा किया.
कांग्रेस की इस योजना को आम आदमी पार्टी की महिला सम्मान योजना का जवाब माना जा रहा है. इस योजना के तहत दिल्ली में लगातार चौथी बार AAP की सरकार बनने पर महिलाओं को 2100 रुपये हर माह देने का वादा किया गया है. वहीं, बीजेपी ने अभी तक किसी तरह की योजना का एलान नहीं किया है. ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि क्या मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड के बाद अब दिल्ली में महिलाएं किंगमेकर बनेंगी? आइए, इसकी पड़ताल करते हैं...
महिला मतदाताओं पर क्यों है राजनीतिक दलों की नजर?
चुनाव आयोग की फाइनल वोटिंग लिस्ट जारी करने के बाद इस बार कुल 1 करोड़ 53 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इसमें 83 लाख पुरुष और 70 लाख महिला मतदाता है. यानी करीब 46 फीसदी महिला वोटर्स हैं. ऐसे में महिलाएं कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभा सकती है. इसी वजह से सभी दल महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही हैं.
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड में महिला वोटर्स बनीं किंगमेकर
मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना ने एंटी इनकम्बेंसी के बावजूद बीजेपी को फिर से सत्ता पर काबिज होने में मदद की. झारखंड में भी मैया सम्मान योजना ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की दोबारा सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभाई. वहीं. महाराष्ट्र में लाडकी बहिण योजना ने विपक्ष के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति को दो तिहाई से भी ज्यादा बहुमत देते हुए सत्ता बरकरार रखने में मदद की.
मध्य प्रदेश सरकार लाडली बहना योजना के तहत 60 साल से कम उम्र की महिलाओं के बैंक खाते में हर महीने 1250 रुपये भेजती है. इसका लाभ 1 करोड़ 29 लाख लोगों को मिलता है. वहीं, मैया सम्मान योजना के तहत झारखंड सरकार हर माह 56 लाख 61 हजार महिलाओं के खाते में 2500 रुपये भेजती है, जबकि लाडकी बहिण योजना के तहत महाराष्ट्र की सरकार हर माह 1500 रुपये देती है. विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान महायुति ने इस राशि को बढ़ाने का वादा किया था.
किन राज्यों में चल रही महिलाओं के खाते में पैसे भेजने की योजना?
छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं के खाते में 1000 रुपये, कर्नाटक में गृह लक्ष्मी योजना के तहत 2000 रुपये, तेलंगाना में महालक्ष्मी योजना के तहत 2500 रुपये और हिमाचल प्रदेश में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत 1500 रुपये हर महीने दिए जाते हैं. वहीं, ओडिशा में सुभद्रा योजना के तहत 10000 और गुजरात में नमो श्री के तहत 1200 हजार रुपये हर साल दिए जाते हैं.
दिल्ली में क्या महिलाएं बनेंगी किंगमेकर?
दिल्ली में महिलाओं के वोट बैंक पर सभी पार्टियों की नजर है. महिलाएं कई सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगी, यह बात कांग्रेस और AAP बखूबी जानती हैं. यही वजह है कि उन्होंने महिलाओं के लिए योजना का एलान किया. कांग्रेस की कोशिश तेलंगाना और कर्नाटक की तरह महिलाओं का वोट हासिल कर सत्ता के वनवास को खत्म करना है. AAP भी यह बात बखूबी जानती है कि महिलाओं के वोट के बिना सत्ता पर काबिज होना आसान नहीं है. अब देखने वाली बात यह होगी कि बीजेपी महिलाओं के लिए क्या एलान करती है.