क्या अकेलापन बना चार्टर्ड अकाउंटेंट की हत्या की वजह! 25 साल के धीरज कंसल ने हीलियम गैस इनहेल कर दुनिया को कहा अलविदा
Suicide Case: दिल्ली के बंगाली मार्केट स्थित 25 साल के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट धीरज कंसल का शव बरामद हुआ. उसने हीलियम गैस इनहेल कर आत्महत्या कर ली. कुछ समय पहले फेसबुक पर पोस्ट भी किया. पुलिस के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद धीरज का शव उनके चाचा और चचेरे भाइयों को सौंप दिया गया.

Chartered Accountant Suicide Case: दिल्ली के बंगाली मार्केट से एक दिल दहला वाला मामला सामने आया है. यहां मंगलवार (29 जुलाई) को एक गेस्ट हाउस में 25 साल के चार्टर्ड अकाउंटेंट धीरज कंसल की आत्महत्या कल ली. वह गुरुग्राम की एक कंपनी में काम करता था. उसने फेसबुक पर एक सुसाइड नोट लिखा.
पुलिस ने बताया कि मृतक ने हीलियम गैस इनहेल कर जान दी. उनका शव गेस्ट हाउस के कमरे में मिला, जहां उन्होंने कुछ दिन पहले ऑनलाइन बुकिंग की थी. इस खबर से सनसनी मची हुई है कि आखिरी इतनी सी उम्र में धीरज ने अपनी जिंदगी को क्यों खत्म कर लिया.
फेसबुक पर लिखा सुसाइट नोट
पुलिस ने बताया कि धीरज ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली और एक सुसाइड नोट भी छोड़ा. नोट में उन्होंने लिखा, मैं जा रहा हूं और इसके लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराया जाए. मेरे जीवन का सबसे दुखद हिस्सा मेरा जन्म था और मृत्यु मेरे लिए सबसे सुंदर अनुभव है.
उसने आगे लिखा, अगर आप यह पढ़ रहे हैं, तो मैं अब इस दुनिया में नहीं हूं. मेरा किसी से गहरा जुड़ाव नहीं था और न ही किसी का मुझसे. न कोई कारण है, न कोई पछतावा और न ही कोई शिकायत.
कैसे हुआ खुलासा?
रविवार को जब उन्होंने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो गेस्ट हाउस स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी. बाराखंभा रोड थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर गई. वहां हीलियम सिलेंडर से जुड़ा पाइप उनके मुंह में पाया गया.
जांच के दौरान पता चला कि धीरज ने यह हीलियम सिलेंडर गाज़ियाबाद से एक ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिये मंगवाया था. यह भी पता चला कि जब वह 4 साल का था तब उसके पिता का निधन हुआ था. उनकी मां ने बाद में दोबारा शादी कर ली थी. इसके बाद उन्हें उनके नाना-नानी ने मंगलपुरी में पाला-पोसा गया. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद धीरज का शव उनके चाचा और चचेरे भाइयों को सौंप दिया गया.
सेहत के लिए कितनी खतरनाक है हीलियम गैस?
हीलियम गैस रासायनिक दृष्टि से निष्क्रिय और विषैले नहीं होती, लेकिन दम घुटना का प्रमुख कारण बन सकती है. क्योंकि यह फेफड़ों में ऑक्सीजन को विस्थापित कर देती है. जब शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती तो कुछ ही सांसों में चेतना खो सकती है और तेज गतिशील हीलियम इनहेलेशन की वजह से परमाणु क्षति, लंग टिश्यू का फटना या क्रिटिकल हो सकता है, जिससे मृत्यु भी हो सकती है.
आम तौर पर गुब्बारे से हल्की मात्रा में हीलियम लेने से सिर चकराना, ध्यान से हट जाना या अधिक गंभीर मामलों में बेहोशी हो सकती है, पर बड़ा खतरा नहीं होता जब तक तुरंत ऑक्सीजन न लिया जाए.