हैट्रिक पर अमानतुल्लाह की निगाहें! AAP में आकर राजनीति में भरी उड़ान, पढ़ें कब- कब चर्चा में?
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के आगामी चुनाव में ओखला विधानसभा सीट खासा चर्चा में है. इस सीट पर कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं, और यहां आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इस चुनाव में खासतौर पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान भी सुर्खियों में हैं. तो आइए इस खबर में उनके विवादों पर राजनीतिक करियर के बारे में जानते हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही ओखला सीट पर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. यह सीट, जो मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, अब आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का केंद्र बन गई है. अमानतुल्लाह खान, जो वर्तमान में ओखला के विधायक हैं. ओखला विधानसभा सीट से 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. यहां मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच है. कांग्रेस और बसपा के प्रत्याशियों ने चुनाव को और अधिक रोचक बना दिया है.
अमानतुल्लाह खान (51 वर्षीय) ओखला विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता हैं. उनके पिता का नाम वलीउल्लाह खान है. उनका निवास स्थान A-9, ब्लॉक-A, जोगा बाई एक्सटेंशन, जामिया नगर, ओखला, नई दिल्ली है. उनकी पत्नी का नाम मरयम सिद्दकी है। उनके पास नकद धनराशि (कैश इन हैंड) दो लाख रुपये है. अमानतुल्लाह खान एक राजनेता होने के साथ-साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. उनकी आय का मुख्य स्रोत विधायक पद से मिलने वाली सैलरी है. उनकी पत्नी गृहिणी (हाउसवाइफ) हैं. शैक्षणिक योग्यता के मामले में उन्होंने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है.
विवादों में कब- कब अमानतुल्लाह खान?
अब बात करते हैं अमानतुल्लाह खान कब- कब सुर्खियों में आएं, 20 जुलाई 2016 विवाद को एक महिला ने आरोप लगाया कि बिजली आपूर्ति की शिकायत के बाद खान के समर्थकों ने उसे धमकी दी. जिसके बात ये खूब में चर्चा में थे फिर 18 अप्रैल 2017 घटना को खान ने आरोप लगाया कि जामिया नगर में कांग्रेस के सदस्यों ने पुलिस की मौजूदगी में उन पर गोलियां चलाईं, जब स्थानीय नगरपालिका चुनावों से पहले दोनों पार्टियों के सदस्यों में टकराव हुआ.
28 जनवरी 2018 में कांग्रेस के दो सदस्यों ने खान के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था. इसके बाद फिर 20 फरवरी 2018 में दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया कि खान और विधायक प्रकाश जरवाल ने उन्हें थप्पड़ मारा और गाली दी. हालांकि, 2021 में दिल्ली की अदालत ने इस मामले को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि उनके खिलाफ कोई प्रथम दृष्टया मामला नहीं बनता.
2025 में क्यों विवादों में अमानतुल्लाह खान?
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अमानतुल्लाह खान अपने बेटे के कारण चर्चा में हैं. एक पत्रकार ने जब खान से उनके बेटे के दिल्ली पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार को लेकर सवाल पूछा, तो खान ने कथित तौर पर रिपोर्टर को धमकाया. पत्रकार ने सवाल किया था कि क्या खान को अपने बेटे के व्यवहार पर शर्म आती है, जिसमें पुलिस द्वारा पूछे जाने पर ड्राइविंग लाइसेंस और पहचान पत्र देने से इनकार करना शामिल था. इस घटना ने अमानतुल्लाह खान को फिर से विवादों में ला दिया.
अमानतुल्लाह का राजनीतिक सफर
साल 2008 में अमानतुल्लाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव और 2013 के विधानसभा चुनाव में लोक जन शक्ति पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था , लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2013 में उन्हें 3600 वोट मिले थे और वे छठे स्थान पर रहे थे. इसके बाद साल 2020 में उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के ब्रह्म सिंह को 71,664 मतों के अंतर से हराया. 2020 से वे 7वीं दिल्ली विधानसभा के निर्वाचित सदस्य हैं.